सहारा इंडिया कंपनी के जिम्मेदारों पर कोई कार्रवाई नहीं, खून पसीने की कमाई लेने के लिए सड़कों पर आए जमाकर्ता

 कांग्रेस नेताओं ने किया प्रदर्शन

 सैकड़ों पीड़ितों के साथ थाना प्रभारी को दिया ज्ञापन

हरमुद्दा
पिपलौदा, 4 जनवरी। आम गरीबों ने अपने खून पसीने की कमाई अपने भविष्य के लिए सहारा में जमा की, लेकिन मौके पर उनके काम नहीं आ रही है। लम्बे समय से ज्ञापन तथा आवेदन देने के बाद भी सहारा इंडिया कंपनी के जिम्मेदारों पर कोई कार्यवाही नहीं होने से शासन, प्रशासन तथा कानून के प्रति आम आदमी का भरोसा कम हो रहा है।

यह बात जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष वीरेन्द्रसिंह सोलंकी ने सहारा के सैकड़ों पीड़ितों के साथ थाना प्रभारी को ज्ञापन देते हुए कही। उन्होंने कहा कि किसी से व्यक्तिगत द्वेषता नहीं है, लेकिन सहारा के सभी जिम्मेदार संचालकों व पदाधिकारियों पर प्रकरण दर्ज किया जाना चाहिए।

रैली निकालकर पहुंचे थाना परिसर

अस्थल मंदिर परिसर से नगर के प्रमुख मार्गों पर सहारा के जमाकर्ताओं के साथ रैली निकाल कर थाना परिसर में पहुंचे सहारा इंडिया जमाधन वापस लौटाओ संघर्ष समिति के सदस्यों की एक ही मांग थी कि हमारी जमा राशि सहारा से दिलवाई जाए तथा जिम्मेदारों पर अपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए।

मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन

मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में जमाकर्ताओं का कहना था कि विगत कई वर्षों से सहारा इंडिया में उनके करोड़ों रूपए परिपक्वता अवधि पूर्ण होने के बाद भी नहीं लौटाए जा रहे हैं। इसके लिए उन्होंने लंबे समय से कई आवेदन दिए तथा आंदोलन के माध्यम से आवाज उठाई लेकिन सहारा इंडिया के प्रमुख सुब्रतरॉय 16 अन्य डायरेक्टरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे आम आदमियों का धन हड़पने वाले आज भी खुलेआम घूम रहे हैं और मजबूर जमाकर्ता दर-दर भटक रहे हैं। जमाधारकों ने पड़ौसी राज्य छत्तीसगढ़ में भी सहारा की सम्पत्ति कुर्क कर जमाधारकों की राशि वापसी की कार्यवाही की जा रही है, लेकिन मध्य‍प्रदेश में कोई आशा की किरण नजर नहीं आ रही है।

थाना प्रभारी को ज्ञापन देते हुए

कोरोना में जमाकर्ताओं की आर्थिक स्थिति डांवाडोल

कोरोना महामारी के कारण सहारा के अधिकांश जमाकर्ताओं की आर्थिक स्थिति डांवाडोल हो गई है, लेकिन उनके द्वारा निवेश की गई राशि नहीं मिल रही है। आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण कई गरीब परिवारों के सामने भूखों मरने की नौबत है, लेकिन सरकार व प्रशासन सहारा के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। तहसील क्षेत्र के हजारों जमाकर्ताओं का करोड़ों रुपए का धन सहारा में भुगतान की उम्मीद में अटका हुआ है। इनका भुगतान शीघ्र किया जाना आवश्यक हो गया है। सहारा के स्थानीय स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर के जिम्मेेदारों पर प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज कर गिरफ्तार किया जाना चाहिए तथा इनकी सम्पत्ति को कुर्क कर सामान्य जमाधारकों को राशि लौटाने की कार्यवाही समय सीमा में पूर्ण होना आवश्यक है। ज्ञापन में मांग की गई है कि जमाकर्ताओं के सहयोग के लिए पुलिस तथा प्रशासन को लगातार शिविरों का आयोजन कर क्षेत्रीय स्तर पर प्राप्त आवेदनों पर धोखाधड़ी तथा आर्थिक अपराध के प्रकरण दर्ज करना चाहिए।

यह थे मौजूद

ज्ञापन में नंदराम शाह, जगदीश सोलंकी, रईस मो. मंसूरी, प्रदीप कुमावत, हर्ष कटारिया, अंतरसिंह शरण, सत्यहनारायण बैरागी, मोहनलाल सेक्रेट्री, संदीपसिंह आंजना, कुलदीपसिंह झाला, दिलीपसिंह राठौर आदि उपस्थित रहे।

विधि सम्मत होगी कार्रवाई

आगामी एक सप्ताह में मामले में जांच कर वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन अनुसार विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।

दीपक मंडलोई, थाना प्रभारी पिपलौदा

तब तक रहेगा आंदोलन जारी

शासन-प्रशासन स्तर पर जब तक सहारा के जमाकर्ताओं को राशि वापसी तथा जिम्मेदारों पर अपराधिक प्रकरण की कार्रवाई नहीं की जाएगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

वीरेन्द्रसिंह सोलंकी, पूर्व उपाध्यक्ष जिला पंचायत रतलाम

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