छात्राओं ने चली चाल : दिमाग ने बनाई योजना, उंगलियों ने दौड़ाए हाथी, घोड़े, ऊंट

 राजा को बचाने में इंदौर आया अव्वल

 रनर अप रहा खंडवा

 संभागीय महिला शतरंज प्रतियोगिता में 7 जिलों की 35 छात्रा खिलाड़ी हुई शामिल

हरमुद्दा
इंदौर, 7 जनवरी। सभी धीर गंभीर मुद्रा में बैठे हुए थे। माहौल पिंड्राप साइलेंट था। दिमाग योजना बना रहे थे और योजनाओं को क्रियान्वित कर रही थी उंगलियां। राजा को हराने और घेरने के लिए उंगलियों से दौड़ रहे थे हाथी, घोड़े, ऊंट और प्यादे। शह और मात के खेल शतरंज में श्रेष्ठता का प्रदर्शन करते हुए इंदौर जिला अव्वल रहा तो खंडवा को रनर अप रहकर ही संतोष करना पड़ा।

यह हुआ कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट द्वारा संचालित कस्तूरबाग्राम रूरल इंस्टीट्यूट में। यहां पर संभागीय महिला शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में इंदौर संभाग के 7 जिलों के 35 खिलाड़ियों ने अपनी दिमागी कसरत का परिचय दिया।

इन जिलों के खिलाड़ी हुए शामिल

मंचासीन अतिथि एवं प्राचार्य

अंतर महाविद्यालय संभागीय महिला शतरंज प्रतियोगिता में इंदौर संभाग के इंदौर, खंडवा, खरगोन, धार, झाबुआ, बड़वानी एवं बुरहानपुर जिले से 35 महिला खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
प्रतियोगिता का उद्घाटन मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा, इंदौर संभाग के अपर निदेशक डॉ. सुरेश टी सिलावट ने किया। इस दौरान शासकीय होलकर विज्ञान महाविद्यालय के क्रीड़ा अधिकारी अनुपम मिश्रा भी मौजूद थे। स्वागत भाषण कस्तूरबाग्राम रूरल इंस्टीट्यूट की प्राचार्य प्रो रंजना सहगल ने दिया। संचालन खेल अधिकारी डॉ. पूनम कौशिक ने किया। आभार डॉ. इंदु मालवीय ने माना।

शह और मात की प्रतियोगिता चली 2 दिन

विजेता उपविजेता टीम के साथ अतिथि एवं अन्य

2 दिन तक चली प्रतियोगिता में इंदौर जिला अव्वल रहा, वही खंडवा जिला रनर आप रहा। प्रतियोगिता के विजेता इंदौर जिले खिलाड़ियों में शील कटारिया, फातिमा कांचवाला, रिधि सक्सेना, ईशा जैनी, कृतिका जैनी थी। इंदौर जिला टीम की प्रबंधक का दायित्व निर्वहन डॉ. पूनम कौशिक ने किया।
खंडवा जिला रनर ऑफ द टूर्नामेंट रहा। खिलाड़ियों में हर्षिता सोलंकी, नंदिनी गंगरादे, शिवानी पवार, रजनी कहरे, नेहा कोचले शामिल थी।

शतरंज महिला टीम का चयन

खेल प्रतियोगिता की अधिकारी सुश्री शुभांगी और सुश्री आशा ने बताया कि इस टूर्नामेंट के माध्यम से वेस्ट जोन इंटरयूनिवर्सिटी टूर्नामेंट में  डीएवीवी विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करने वाली इंदौर डिवीजन शतरंज महिला टीम का चयन किया जाएगा।

अपने दिमाग का उपयोग करें और जीवन में आगे बढ़े

डॉ सिलावट संबोधित करते हुए

समाज में शह और मात के जो खेल खेले जाते हैं लोग उसे अक्सर शतरंज का खेल कहते हैं, लेकिन असली शतरंज का खेल आप खेल रहे हैं जिसमें दिमागी कसरत होती है इसलिए अपने दिमाग का भरपूर उपयोग कीजिए और जीवन में आगे बढिए।

 डॉ. सुरेश टी सिलावट, मुख्य अतिथि

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