प्रदेश में उपेक्षित मगर देश ने दिया सम्मान : राष्ट्रीय प्रतियोगिता के आमंत्रण कार्ड पर स्थान दिया अब्दुल कादिर को
🔲 21वी राष्ट्रीय पैरा तैराकी की प्रतियोगिता 25 से
🔲 पैरालंपिक कमेटी ऑफ इंडिया ने की कादिर की कद्र
🔲 सभी राज्यों के 400 से अधिक खिलाड़ी होंगे शामिल
हरमुद्दा
रतलाम, 23 मार्च। 21वी राष्ट्रीय पैरा तैराकी की प्रतियोगिता का आयोजन 25 मार्च से उदयपुर में किया जाएगा। प्रतियोगिता में देश के सभी राज्यों के 400 से अधिक खिलाड़ी शामिल होंगे। खास बात यह है कि अब्दुल कादिर की प्रैक्टिस और अन्य सुविधाओं के लिए प्रदेश सरकार के खेल विभाग ने भले ही उपेक्षित कर दिया हो लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित हो रही प्रतियोगिता के आमंत्रण पत्र पर अब्दुल कादिर को स्थान मिला है। पैरालंपिक कमेटी ऑफ इंडिया ने कादिर की कद्र करते हुए आमंत्रण पत्र और कवर पर तैरते हुए अब्दुल कादिर की फोटो प्रभावित कर रही है।
राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली प्रतियोगिता के आमंत्रण पत्र पर तैराक अब्दुल कादिर की फोटो देखकर प्रशिक्षक राजा राठौर काफी प्रसन्न है। प्रशिक्षक श्री राठौर ने हरमुद्दा बताया कि 21वी राष्ट्रीय पैरालंपिक तैराक प्रतियोगिता के मुख्य आयोजक नारायण सेवा संस्थान उदयपुर और सह प्रायोजक महाराणा प्रताप खेलगांव सोसायटी उदयपुर है। राष्ट्रीय प्रतियोगिता में श्रवण बाधित, प्रज्ञाचक्षु, बौद्धिक अक्षम, अंग विहीन प्रतियोगी शामिल होंगे। प्रतियोगिता का उद्घाटन 25 मार्च को 11:30 बजे तरणताल महाराणा प्रताप खेलगांव उदयपुर में होगा। समापन 27 मार्च को 11:30 बजे किया जाएगा।
रतलाम में सुविधा नहीं मिलने पर ग्वालियर में की प्रैक्टिस
श्री राठौर ने बताया कि प्रैक्टिस के लिए अब्दुल को रतलाम में तरणताल की सुविधा नहीं मिली। 5 मार्च को ही कलेक्टर को इस संबंध में निवेदन किया था लेकिन प्रैक्टिस के लिए तरणताल प्रारंभ नहीं करवाया गया। राष्ट्रीय प्रतियोगिता में वह श्रेष्ठ प्रदर्शन कर सके, इसके लिए उसे ग्वालियर में रहकर प्रैक्टिस करना पड़ी है। मध्य प्रदेश सरकार और खेल विभाग द्वारा उसे न तो स्कॉलरशिप दी जा रही है नहीं अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। राष्ट्रीय स्तर के तैराक की उपेक्षा खेल प्रेमियों के लिए असहनीय है।