300 पुराने शिव मंदिर पर बुलडोजर चलाने वाले अलवर के पूर्व कलेक्टर को रिश्वत के मामले में किया गिरफ्तार
⚫ दो व्यक्तियों को और किया है गिरफ्तार
⚫ 3 दिन पहले ही कलेक्टर पहाड़िया हुए हैं रिलीव
⚫ लोगों का कहना गलत काम की दी भगवान ने सजा
हरमुद्दा
अलवर, 24 अप्रैल। 3 दिन पहले रिलीज हुए अलवर के पूर्व कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो( ACB) की टीम ने शनिवार को 5 लाख रुपए की रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है। IAS अफसर पहाड़िया के साथ ही ACB ने एक RAS अफसर अशोक सांखला और दलाल नितिन शर्मा को भी गिरफ्तार किया है। नन्नूमल पहाड़िया तीन दिन पहले ही अलवर कलेक्टर के पद से रिलीव हुए थे। उल्लेखनीय है कि यह वही कलेक्टर है जिन के आदेश पर 300 साल पुराने शिव मंदिर पर बुलडोजर चलाया गया था। राजगढ़ के लोगों का कहना है कि यह शिव के प्रकोप का ही परिणाम है।
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⚫ कार्रवाई करने वाली सरकार कटघरे में
⚫ मार्ग चौड़ीकरण में रोड़ा बन रहा था मंदिर
एसीबी डीजी बीएल सोनी ने बताया कि कुछ दिनों पहले एक शख्स ने शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया था कि उसकी कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से निर्माण कार्य किया जा रहा है। काम में कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए 4 महीने के 16 लाख रुपए मासिक बंदी के रूप में रिश्वत मांगी गई थी। इस पर एडीजी दिनेश एमएन के निर्देश पर एएसपी विजय सिंह और डीएसपी महेंद्र कुमार के नेतृत्व में टीम बनाई गई।
तीन दिन पहले हुए थे रिलीव, 31 जुलाई को होने वाले हैं सेवानिवृत्त
आईएएस नन्नूमल पहाड़िया तीन दिन पहले ही अलवर कलेक्टर के पद से रिलीव हुए थे। एसीबी के मुताबिक शिकायतकर्ता सुबह जब रुपए लेकर अशोक सांखला के पास पहुंचा। शिकायतकर्ता ने सांखला को पैसे दिए। इसके बाद सांखला ने दलाल नितिन शर्मा को इसे पूर्व कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया के पास पहुंचाने के लिए कहा। दलाल पहाड़िया को पैसा देने जा रहा था, उसी दौरान रास्ते में एसीबी ने उसे पकड़ लिया और पहाड़िया को कलेक्टर आवास से गिरफ्तार किया। वहीं पहाड़िया के जयपुर के महेश नगर स्थित मकान में सर्च भी शुरू कर दिया है। यहां से कुछ दस्तावेज और कैश भी मिला है। पहाड़िया 31 जुलाई 2022 को रिटायर होने वाला है।
बनाया गया था विभागीय जांच आयुक्त
दस दिन पहले ही राज्य सरकार ने पहाड़िया का ट्रांसफर अलवर कलेक्टर से विभागीय जांच आयुक्त के पद पर किया था। तीन दिन पहले वे कलेक्टर पद से रिलीव भी हो गए थे। विभागीय जांच आयुक्त पद काफी महत्वपूर्ण पद माना जाता है, क्योंकि यह विभिन्न गड़बड़ियों में फंसे अधिकारी-कर्मचारियों से जुड़ी जांच का जिम्मा संभालता है।
गलत काम की दी भगवान ने सजा
भाजपा पदाधिकारियों सहित राजगढ़ के लोगों का कहना है कि 300 साल पुराना शिव मंदिर पर बुलडोजर चलाकर तोड़ने की कार्रवाई करने वाले कलेक्टर को गलत काम करने की सजा मिली है।