धर्म संस्कृति : घर घर संयम पताका फहराने के उदघोष के साथ बंधु बेलड़ी आचार्यश्री का रतलाम में मंगल प्रवेश उत्सव
⚫ टाटा नगर से निकला ऐतिहासिक सामैया
⚫ सोमवार को थावरिया बाजार में सामैया
हरमुद्दा
रतलाम, 22 मई। जिनशासनरत्न बंधु बेलड़ी प.पू.आचार्य देव श्री जिनचंद्रसागरसूरिजी म.सा.आदि ठाणा का रतलाम में भव्य मंगल प्रवेश उत्सव रविवार को उत्साह और उमंग के साथ हुआ। चार साल बाद आचार्य श्री के रतलाम आगमन की मंगल वेला में भक्तों ने मार्ग में सैकड़ों स्थानों पर उनके समक्ष गहुली करते हुए दर्शन वंदन किया। ऐतिहासिक भव्य प्रवेश सामैया में भक्ति गीतों पर श्रद्धालु झूमते नाचते हुए घर घर संयम पताका फहराने का उदघोष किया। रथनुमा बग्घी में सवार तीनों ही दीक्षार्थियों ने सांसारिक वस्तुओं को लुटाते हुए वर्षीदान किया।
रविवार सुबह आचार्य श्री बंधु बेलड़ी आदि विशाल श्रमण श्रमणी वृन्द के रतलाम प्रवेश अवसर पर टाटा नगर स्थित लाभार्थी श्रीमती प्रेमलता देवी समरथमल चाणोदिया दीक्षार्थी जुड़वाँ बहनों के आवास से प्रवेश सामैया प्रारम्भ हुआ। पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी, शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष महेंद्र कटारिया सहित गणमान्यजनों ने आचार्य श्री से आशीर्वाद लिया। सामैया में सबसे आगे अश्व पर समाज के बालक जिनशासन की पताका लिए सवार थे। उनके पीछे मंगल और धर्म ध्वजा लिए महिला मंडल की सदस्याएं जयजयकार करती चल रही थी। इंदौर के प्रसिद्ध राजकमल और नीमच के सांवरिया बैंड की सुमधुर स्वर लहरियों के साथ आचार्य श्री की निश्रा में बड़ी संख्या में समाजजनों का कारवां आगे बढ़ रहा था।
हर घर के बाहर मंगल स्वागत
जिनके पीछे नासिक और बडनगर के ढोल की गूंज के बीच तीनों ही दीक्षार्थी क्रमशः मुमुक्षु ईशान कोठारी,जुड़वाँ बहने पलक एवम तनिष्का चाणोदिया रथनुमा बग्घी में सवार होकर वर्षीदान कर रहे थे। मार्ग में समाजजनों ने अपने अपने घरों के बाहर आचार्य श्री के समक्ष मंगल गहुली करते हुए मंगल स्वागत गीत गाए। एसजी गोल्ड परिवार सहित विभिन संस्थाओं और प्रतिष्ठानों की ओर से स्वागत मंच सजाते हुए शीतल पेय के साथ सामैया की आगवानी की गई। टाटा नगर से बाजना बस स्टेंड, चांदनी चौक, चौमुखीपुल होते हुए प्रवेश सामैया हनुमान रूंडी स्थित करमचंद उपाश्रय पर पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित हो गया। इस मौके पर दीक्षा महोत्सव समिति, व्यवस्था सहयोगी जैनानन्द युवक मंडल, चंद्रवीर परिवार, नवकार परिवार, नागेश्वर पूनम मंडल, पार्श्वनाथ सेवा समिति और जीव मैत्री परिवार रतलाम के पदाधिकारी-सदस्य के साथ समाजजन उपस्थित रहे। दोपहर में पंचकल्याणक पूजन के लाभार्थी आजाद अभयकुमार सालेचा परिवार गौतमपुरा रहे ।
रतलाम संयम में सिरमौर
यहां आचार्य श्री ने कहा कि इंदौर भले ही स्वच्छता के मामले में देश में शीर्ष पर है लेकिन संयम के क्षेत्र में तो रतलाम सिरमौर बनने जा रहा है। मालवा में इन दिनों संयम की लहर चल रही है। रतलाम में इन दिनों में सर्वाधिक दीक्षा के कीर्तिमान कायम होने जा रहा है। धर्मस्व नगरी की में एक के बाद एक लगातार भव्य दीक्षा समारंभ की देशभर में चर्चा है। सागर समुदाय में वर्षों बाद होने जा रही एक साथ तीन दीक्षाओं के लिए आचार्य श्री लगभग 40 दिन में 650 कि.मी. का 45 डिग्री की प्रचंड गर्मी में विहार कर रतलाम पहुंचे है। आज भव्य मंगल प्रवेश उत्सव के साथ ही पांच दिवसीय दीक्षा पर्व की शुरुआत हो गई है। रतलाम में मुमुक्षु ईशान कोठारी,जुड़वाँ बहने पलक एवम तनिष्का चाणोदिया की दीक्षा 26 मई को होगी।
थावरिया बाजार में आज व्याख्यान
धर्मसभा में गणिवर्य श्री पदमचन्द्र सागर जी, गणिवर्य श्री आनंदचन्द्र सागर जी म.सा. ने बताया की 23 मई सोमवार को आचार्य श्री विशाल श्रमण श्रमणी वृन्द के साथ करमचंद उपाश्रय से प्रातः 6.30 बजे थावरिया बाजार स्थित बाबा साहेब मन्दिर के पास लाभार्थी अनिल चाणोदिया के निवास पर व्याख्यान रखे गए है।