केक्ट्स की नगरी में गुरु के आगमन पर खिल उठी स्वागत की कलियाँ
⚫ सैलाना में बंधु बेलड़ी का प्रवेश उत्सव, राजमहल में होगी दीक्षा
हरमुद्दा
सैलाना, 30 मई। बंधु बेलड़ी प.पू.आचार्य देव श्री जिनचंद्रसागरसूरिजी म.सा. आदि सुविशाल श्रमण श्रमणी वृन्द का सैलाना में मुमुक्षु तनिष्का चाणोदिया की दीक्षा पर्व के उपलक्ष्य में भव्य मंगल प्रवेश उत्सव मनाया गया । पहली जून को दीक्षा का भव्य समारंभ पहली बार राजवंश के आँगन राजमहल में होगा। मुमुक्षु के शाही अंदाज में राजपथ पर विजय प्रस्थान को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां प्रारम्भ हो गई है।
सोमवार को आचार्य श्री के साथ मुनिराज श्री पूर्णचन्द्रसागर जी म.सा. का भी संयम जीवन स्वीकार करने के बाद पहली बार अपने सांसारिक गृह नगर में प्रवेश भी हुआ। प्रवेश सामैया की शुरुआत श्रेणिक बाफना एवं पालरेचा परिवार के निवास स्थान से हुई। महिला मंडल सिर पर मंगल कलश लिए तो भक्ति ग्रुप के युवा ढोल की थाप पर नृत्य करते चल रहे थे। मार्ग में जगह जगह गहुली एवं शीतल पेय की व्यवस्था की गई। ‘सैलाना के नंदन को कोटि कोटि वंदन’ के जयघोष के साथ सामैया ने नगर भ्रमण किया। श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक श्रीसंघ ने भावभीनी आगवानी की ।
सैलाना से सौ साल पुराना नाता
धर्मसभा में आचार्यश्री ने कहा सागर समुदाय और सैलाना का सौ साल से भी अधिक का गहरा आध्यात्मिक नाता है । आगमोद्धारक पू.आ.दे. श्री आनंदसागरसूरी जी म.सा. ने सैलाना नरेश दिलीप सिंह जी को प्रतिबोध करवाते हुए जिन शासन के प्रति श्रद्धावान बनाया था । अब वही विक्रम सिंह जी परिवार मुमुक्षु तनिष्का की दीक्षा करवाने जा रहा है। श्री विक्रम सिंह ने सपरिवार ने आचार्य श्री के दर्शन वंदन कर आशीर्वाद लिया। पूज्य श्री प्रसन्नचन्द्रसागर जी म.सा., श्री आनंदचन्द्रसागरजी म.सा. और श्री पदमचन्द्रसागरजी म.सा. ने प्रवचन दिए। मुनिराज श्री पूर्णचन्द्रसागर जी म.सा.ने सैलाना से लेकर संयम यात्रा के संस्मरण सुनाये।
उन्हें बचपन से पसंद है पोहा
मुनिराज श्री पूर्णचन्द्रसागर जी म.सा.आज करीब 11 महीने बाद जब पहली बार अपने सांसारिक निवास पर भिक्षा (गोचरी) के लिए पहुंचे। उनकी सांसारिक माताजी रेणुका श्रेणिक बाफना ने पोहा वोहराया और कहा कि उन्हें बचपन से पोहा पसंद है इसलिए मैंने अपने हाथों से उनके लिए बनाये है।
समूह सामायिक मंगलवार को
आचार्य श्री की पावन निश्रा में मंगलवार 31 मई को सुबह 9 बजे से समूह सामायिक रखी गई। जिसमे बड़ी संख्या में समाजजन शामिल होंगे।