मामला नगर निगम के पूर्व अध्यक्ष के साथ मारपीट का, पूर्व गृहमंत्री ने की कलेक्टर से मुलाकात, वस्तु स्थिति से करवाया अवगत
⚫ ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई करने की हुई मांग
⚫ जल संशाधन विभाग के अधिकारियों द्वारा अनाधिकृत रूप से तालाब निर्माण
हरमुद्दा
रतलाम, 3 जून। नगर निगम के पूर्व अध्यक्ष दिनेश पोरवाल के साथ हुई मारपीट को लेकर पूर्व गृहमंत्री व भाजपा नेता हिम्मत कोठारी के नेतृत्व में भाजपा नेता कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में भाजपा नेताओं ने बताया कि भाजपा नेता पोरवाल के साथ मारपीट की जल संशाधन विभाग के अधिकारियों द्वारा अनाधिकृत रूप से तालाब निर्माण किया।
ज्ञापन देते हुए श्री कोठारी ने बताया कि नगर निगम के पूर्व अध्यक्ष पोरवाल के पुत्र अनुज पोरवाल को स्टोन क्रेशर हेतु 2.5 हेक्टर गिट्टी खदान ग्राम बिबड़ोद रामपुरिया फंटा तहसील रतलाम में आवंटन हुआ, इनके द्वारा विधिवत कार्यवाही करते हुए लीज पट्टा प्राप्त हुआ। शासन के नियमानुसार राशि भी जमा की एवम शासन द्वारा आवंटित भूमि की रजिस्ट्री भी करवाई। कुछ दिनों पूर्व यह पता चला कि इन्हें जो भूमि खदान हेतु आवंटित की है उस पर जल संसाधन विभाग द्वारा सिंचाई हेतु तालाब बनाया जा रहा है।।
उस दौरान प्रभारी मंत्री को करवाया था अवगत
इसके भूमि पूजन के लिए जिले के प्रभारी मंत्री ओपीएस भदौरिया से कराया। उसी समय पूर्व गृह मंत्री श्री कोठारी द्वारा प्रभारी मंत्री को सारी स्थिति से अवगत कराया। श्री पोरवाल द्वारा आवंटित भूमि संबंधित समस्त दस्तावेज प्रभारी मंत्रीजी को बताए।
प्रभारी मंत्री ने दिए थे निर्देश वस्तु स्थिति जानने के
प्रभारी मंत्री द्वारा अधिकारियों को निर्देश देतेे हुए प्रकरण की वस्तुस्थिति अवगत कराए जाने का कहा गया। इस संबंध में पूर्व गृहमंत्री श्री कोठारी एवं श्री पोरवाल द्वारा नवागत कलेक्टर को भी अवगत कराया।
नहीं किया विभाग ने कुछ भी
जल संसाधन विभाग को यह भूमि आवंटित नहीं की गई। विभाग ने राजस्व विभाग से सपंर्क ही नहीं किया। तालाब के लिए सीमांकन नहीं किया ओर ना ही दावे आपत्ति भी नहीं लिए। ना ही मुआवजा प्रदान किया। सर्वे क्रमांक 65 में 16.0032 हेक्टर भूमि है जल संसाधन विभाग में 2018-19 में जो प्रस्ताव शासन को भेजा उसमें 3 हेक्टर भूमि आरक्षित के लेकिन तालाब निमार्ण का भी सीमांकन नहीं किया उसके बाद भी सिंचाई विभाग द्वारा अनाधिकृत रूप से वहां पर तालाब निर्माण कार्य किया जा रहा।
कोर्ट में किया प्रकरण दायर
इन कारणों से अनुज पोरवाल ने न्यायालय में वाद प्रस्तुत कर कोर्ट में बताया कि जल संसाधन विभाग के ठेकेदारों द्वारा तालाब का निर्माण प्रारंभ कर दिया गया है, जो अनुचित है सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने न्यायालय में बताया कि हमारे द्वारा कोई निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं किया गया। दोनों कथन के अंतर होने से न्यायालय ने यह कहा कि यदि निर्माण कार्य चल रहा है तो वहां के वीडियो और फोटो प्रस्तुत करें।
कोर्ट के आदेश पर गए थे वीडियोग्राफी करवाने
इसलिए अनुज पोरवाल व दिनेश पोरवाल दोनों वीडियो ग्राफर को लेकर आवंटित खदान पर वीडियोग्राफी कराने के लिए पहुंचे जहां पूर्व से ही सिंचाई विभाग के अधिकारी एसडीओ और उपसरपंच लोगों की भीड़ को उकसाकर पहले से ही स्थान पर पहुंच गए चुके थे। इन लोगों द्वारा श्री पोरवाल व उनके पुत्र पर हमला किया फोटोग्राफर/वीडियोग्राफर के उपकरण को क्षतिग्रस्त किया। इनकी मेमोरी कार्ड छीन ली गई साथ ही हमला कर मारपीट गई। जिससे श्री पोरवाल के सर और शरीर पर गंभीर चोटें आई दोनों पिता-पुत्र ने दोड़कर अपनी जान बचाई यदि वे नहीं भागते तो उनके साथ बड़ी अनहोनी घटना हो सकती थी।
अधिकारियों ने उकसाया ग्रामीणों को, मामला में तनाव किया पैदा
इस प्रकरण में जल संसाधन विभाग के एसडीओ द्वारा झूठा कथन दिया जा रहा है। सारे प्रकरण में उन्होंने नियमों को ताक पर रखकर कार्य प्रारंभ करवाया और विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने क्षेत्र के ग्रामीणों को भी उकसाकर माहौल को तनावपूर्ण बनाया। क्षेत्र में तनाव व्याप्त है।
पोरवाल के परिवार को दी जाए सुरक्षा
इसी क्षेत्र में पूर्व से ही पोरवाल की खदान संचालित है जिस कारण उनका आगे भी आना जाना रहेगा जिस कारण उनके साथ कोई भी अप्रिय घटना घट सकती है इसलिए इस पूरे प्रकरण में जिस भी अधिकारी द्वारा नियम विरुद्ध कार्रवाई की है। उस पर कार्यवाही की जाए। श्री पोरवाल व परिवार को सुरक्षा प्रदान कर उक्त मामले का न्यायपूर्वक समाधान किया जाए।
यह थे मौजूद
इस अवसर पर भाजपा नेता महेन्द्र कोठारी, अशोक चौटाला, राजेंद्र राठौर, सुरेंद्र मुन्ना जोशी, मनीष शर्मा, यतेंद्र भारद्वाज, गोपाल सोलंकी, मधु शिरोडकर, प्रभु नेका, तपन शर्मा ,राजेंद्र मौर्य, मेहरबान सिंह, तोलिराम शर्मा, अनुज पोरवाल उपस्थित रहे।