राज्यपाल का आदिवासी अंचलों के गांवों में भ्रमण : आदिवासी संस्कृति से हुए रूबरू, व्यसन से दूर रहने का सिखाया सबक, अमरूद और रुद्राक्ष के पौधे का किया रोपण, विश्व प्रसिद्ध कैक्टस गार्डन को देख हुए अभिभूत
⚫ राज्यपाल के स्वागत में पलक पावडे बिछाए रहे आदिवासी अंचल के लोग
⚫ राज्यपाल ने आंगनवाड़ी केंद्र के नन्हे बच्चों से बात की, उन्हें भेंट किए खिलौने
हरमुद्दा
रतलाम, 17 अगस्त। मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल एक दिवसीय प्रवास पर रतलाम जिले के आदिवासी अंचल सैलाना क्षेत्र के कई गांव में आदिवासी लोक परंपरा संस्कृति के अनुसार उनकी अगवानी की गई। विभिन्न स्थानों पर जाकर उन्होंने आदिवासी महिलाओं द्वारा बनाई जा रही सामग्री का अवलोकनकर विद्यार्थियों से संवाद किया। इसके साथ ही रुद्राक्ष और अमरूद के पौधे का रोपण कर पर्यावरण का संदेश दिया। आंगनवाड़ी केंद्र पर जाकर ने बच्चों को देखा। सैलाना के विश्व प्रसिद्ध कैक्टस गार्डन को देख राज्यपाल अभिभूत हुए।
जनजाति संस्कृति से संबंधित प्रदर्शनी का अवलोकन
राज्यपाल ने शासकीय कन्या शिक्षा परिसर में आयोजित स्थानीय जनजातीय समाज की संस्कृति से संबंधित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी में रतलाम जिले के जनजातीय समाज द्वारा उपयोग में लाए जाने वाले आभूषण, वेशभूषा, वस्त्र, कृषि औजार, खानपान संबंधी अनाज इत्यादि प्रदर्शित किए गए थे। प्रदर्शनी में विशेष रुप से जनजाति समाज द्वारा प्राचीनकाल से उपयोग में लाए जा रहे गोफन, तीर कमान, भाले जैसे हथियार, खानपान में उपयोग के अनाज जैसे मक्का ज्वार मसाले, उपचार के लिए इस्तेमाल की जाने वाली जड़ी-बूटियां, चांदी तथा अन्य धातुओं की ज्वेलरी इत्यादि प्रदर्शित किए गए थे।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना एवं ‘बेटी है तो कल है’ विषय पर भी प्रदर्शनी
जिले के भ्रमण पर आए राज्यपाल पटेल ने सैलाना में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं और सदस्यों द्वारा निर्मित की गई वस्तुओं जैसे चप्पल, कांच, खिलौने, महिलाओं के बैग, साड़ियां, चूड़ियां, हाथ कड़े, अचार, घरेलू मसाले, दालें, अनाज इत्यादि की प्रदर्शनी को राज्यपाल ने सराहा और आर्थिक गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना एवं बेटी है तो कल है के विषय पर भी प्रदर्शनी आयोजित की गई थी।
सिकल सेल से पीडित व्यक्तियों का रखें विशेष ध्यान
राज्यपाल ने सैलाना में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित एनीमिया मुक्त भारत और एनीमिया से बचाव के तरीकों पर आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर पर राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि सिकल सेल एनीमिया की गंभीरता को समझा जाए। पीडित व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखते हुए उनको समय पर जांच एवं उपचार दिया जाए। शरीर में किसी भी प्रकार की कमजोरी होने पर नजदीकी आरोग्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और शासकीय अस्पताल में अपनी जांच अनिवार्य रूप से कराना चाहिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. प्रभाकर ननावरे ने सिकल सेल बीमारी के बारे में शिविर में जानकारी दी।
राज्यपाल ने किया केक्टस गार्डन का अवलोकन
राज्यपाल पटेल ने जिले के सैलाना भ्रमण के दौरान विश्व प्रसिद्ध कैक्टस गार्डन का अवलोकन किया। कैक्टस की विभिन्न प्रजातियों के पौधे देखे, उनकी जानकारी प्राप्त की। साथ ही सैलाना पैले परिसर में स्थापित श्री विक्रमसिंह म्युजियम का भी अवलोकन राज्यपाल द्वारा किया गया।
राज्यपाल ने ग्राम राजाखोरी में आंगनवाडी केन्द्र के छोटे-छोटे बच्चों से चर्चा की, दिए खिलौने
राज्यपाल पटेल ने सैलाना विकासखण्ड के ग्राम राजाखोरी में महिला बाल विकास विभाग द्वारा संचालित आंगनवाडी केन्द्र का अवलोकन किया। मौजूद आंगनवाडी कार्यकर्ता व सहायिका से आंगनवाडी संचालन एवं बच्चों की दिनचर्या के बारे में जानकारी प्राप्त की। राज्यपाल ने छोटे-छोटे बच्चों से चर्चा की। इस अवसर पर राज्यपाल द्वारा बच्चों को खिलौने तथा फल प्रदान किए गए। परिसर में कक्षा 6 ठी में अध्ययनरत बालिका सुगना द्वारा राज्यपाल को रक्षा सूत्र बांधा गया।
बच्चों को सिखाएं अनुशासन
राज्यपाल ने आंगनवाडी कार्यकर्ता को निर्देशित किया कि बच्चों की पढाई के साथ-साथ उनको अनुशासन सिखाएं, आंगनवाडी नियमित भेजने के लिए माता-पिता को निरन्तर समझाईश देते रहें। साथ ही गर्भवती माताओं को नियमित जांच के लिए भी समझाईश दी। इसके अलावा क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं के संस्थागत प्रसव की जानकारी लेते हुए उनका समयबद्ध जांच एवं उपचार सुनिश्चित करने, सिकल सेल से पीडित व्यक्तियों की जांच कराने तथा दिव्यांग बच्चों की विशेष देखभाल के लिए भी राज्यपाल द्वारा निर्देशित किया गया।
रुद्राक्ष और अमरुद का पौधा रोंपा
राज्यपाल श्री पटेल ने जिले के सैलाना में शासकीय कन्या शिक्षा परिसर में पहुंच कर रुद्राक्ष के पौधे का और राजाखोरी आंगनवाडी परिसर में अमरुद के पौधे का रोपण किया। उसकी देखभाल के लिए भी हिदायत दी। इस अवसर पर पूर्व विधायक संगीता चारेल, कलेक्टर नरेन्द्र सूर्यवंशी, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास रजनीश सिन्हा, सहायक संचालक सुश्री अंकिता पंड्या आदि उपस्थित थे।
जनजातीय समुदाय को बच्चों की पढाई और नशे के दुष्परिणामों के बारे में दी समझाईश
राज्यपाल श्री पटेल ने ग्राम राजाखोरी में आंगनवाडी केन्द्र परिसर में एकत्रित जनजातीय समुदाय के व्यक्तियों से संवाद करते हुए व्यसन छोडने एवं बच्चों की पढाई पर विशेष रुप से ध्यान देने की समझाईश दी। राज्यपाल ने कहा कि पढे-लिखे व्यक्ति तथा अनपढ में बहुत बडा फर्क होता है। जनजातीय समुदाय अपने बच्चों को अनुशासित रुप से स्कूल भेजें, पढाई करवाएं। समुदाय के लिए केन्द्र व राज्य शासन द्वारा कई कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, जिसका लाभ उठाएं। अपने उत्थान की दिशा में आगे बढे। राज्यपाल ने जनजातीय समुदाय से व्यसन छोडने की अपील की। उन्होंने नशे के दुष्परिणामों के बारे में बताया।
आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को दिए मोबाइल
राज्यपाल श्री पटेल ने ग्राम राजाखोरी आंगनवाडी केन्द्र में राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को मोबाइल हैण्डसेट भी वितरित किए।