सेहत सरोकार : प्रत्येक वर्ष हर परिवार को 5 लाख रुपए तक कैशलेस इलाज की सुविधा, 80 फीसद पात्र लोगों के बन गए कार्ड, 31 करोड़ से अधिक राशि हुई उपचार में खर्च
⚫ आयुष्मान भारत योजना के पात्र हितग्राही निशुल्क बनवाएं आयुष्मान कार्ड
⚫ सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे का आह्वान
हरमुद्दा
रतलाम, 30 अक्टूबर। मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के अंतर्गत पात्रहिग्राहियों के निशुल्क आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। जिले में आयुष्मान भारत निरामयम योजना अंतर्गत सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना में चिह्नित खाद्य पात्रता पर्ची धारक तथा संबल योजना के हितग्राही को प्रत्येक वर्ष प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपए तक कैशलेस इलाज की सुविधा शासकीय चिकित्सालय, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय तथा चिन्हित निजी अस्पतालों के माध्यम से दी जाती है।
सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे ने हरमुद्दा को बताया कि सामाजिक आर्थिक एवं जातीय आधार की जनगणना में चिन्हित D 1 से D7 ( D 6 श्रेणी को छोडकर ) के वंचित श्रेणी के ग्रामीण परिवार सम्मिलित हैं । वंचित श्रेणी के ग्रामीण परिवार में ऐसे परिवार जो एक कमरे के कच्चे मकान में निवासरत हैं। ऐसे परिवार जिसमें 16-59 वर्ष का वयस्क सदस्य नहीं है। ऐसे परिवार जिनकी मुखिया महिला हो एवं जिसमें जिसमें 16-59 वर्ष का वयस्क सदस्य नहीं है । ऐसे दिव्यांग सदस्य जिसमें Able Bodied पुरूष नहीं है। अनुसुचित जाति, अनुसुचित जनजाति परिवार, भूमिहीन परिवार , जिनका आय का स्त्रोत मजदूरी से प्राप्त होता है ।
यह सभी होंगे पात्र
व्यवसाय आधारित समावेशित शहरी परिवार में कचरा बिनने वाले , भिखारी, घरेलु कामगार, फेरी वाले , मोची, निर्माण, नलकार, मकान बनाने वाले, मजदूर, पुताई करने वाले, वेल्डिंग करने वाले, सुरक्षाकर्मी, कुली, सफाई कर्मी, नालों की सफाई करने वाले, माली, स्वरोजगार कर्मी, शिल्पकार, हस्तशिल्प कर्मी, दर्जी परिवहन कर्मी, चालक परिचालक चालक व परिचालक के सहायता कर्मी, हाथ गाडी कर्मी, रिक्क्षा चालक, विघुतकर्मी, मिस्त्री, संयोजन कर्मी, मरम्मत कर्मी, धोबी चौकीदार पात्र हैं । स्वत: समावेशित परिवार में बिना पक्की छत मकान वाले भीख पर आधारित निर्धन, सिर पर मैला ढोने वाले, विशेष जनजाति समूह, छुडाए गए बंधुआ मजदूर आदि पात्र हैं।
कार्ड बनवाने के लिए कर सकते हैं इनसे संपर्क
पात्रता के परीक्षण के लिए अपने क्षेत्र के पंचायत सचिव, एएनएम, आशा कार्यकर्ता आदि से संपर्क किया जा सकता है। इस संबंध में समग्र आईडी और आधार कार्ड के द्वारा ( पात्र होने की दशा में ) आयुष्मान कार्ड बनवाया जा सकता है।
80 फीसद पात्र लोगों के बन गए कार्ड
डॉक्टर ननावरे ने बताया कि जिले में 946738 के लक्ष्य के विरूद्व 759000 कार्ड (लगभग 80 प्रतिशत) बनाए जा चुके है तथा रतलाम जिला प्रदेश में तीसरे स्थान पर हैं। योजना में अब तक 30794 लोगों को लाभान्वित किया जाकर 31 करोड से अधिक की राशि जारी की जा चुकी है।