विद्यार्थियों के लिए सुविधा की सौगात : 4 करोड़ 15 लाख रुपए की लागत से निर्मित नवीन कक्षो का हुआ लोकार्पण, नवीन सत्र से सभी संकाय में मिलेगी शिक्षा
⚫ उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव, विधायक श्री काश्यप थे अतिथि
⚫ शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय में आयोजन
हरमुद्दा
रतलाम 30 अक्टूबर। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव तथा रतलाम विधायक शहर चैतन्य काश्यप द्वारा रविवार को शहर के शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय परिसर में 4 करोड़ 15 लाख रुपए की लागत से निर्मित किए गए नवीन कक्षो का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर महापौर, मनोहर पोरवाल, पूर्व महापौर शैलेंद्र डागा, प्राचार्य डॉ. वाय.के. मिश्र, अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा उज्जैन प्रोफेसर अर्पण भारद्वाज, सुश्री रागिनी यादव, शुभम कुमावत, पवन परमार, महेंद्र नाहर, कमलेश मेहता आदि उपस्थित थे।
खेल मैदान बनाया जाएगा बेहतर
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अगले नवीन सत्र से इस महाविद्यालय मे सभी संकाय में शिक्षा मिलेगी। यह नवीन शिक्षा नीति के तहत है। नवीन शिक्षा नीति में नित नए प्रयोग किए जाकर शिक्षा को उसके वास्तविक अर्थों में ले जाया जा रहा है। महाविद्यालय में व्यक्ति का सच्चे अर्थों में जन्म होता है। प्रदेश में अब महाविद्यालयों को नवीन एवं गुणवत्तायुक्त भवनों की उपलब्धता सुनिश्चित कर दी गई है। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा मांग पर अधिकतर महाविद्यालयों को निर्माण कार्य तथा अन्य कार्यों के लिए राशि आवंटित की गई है। रतलाम महाविद्यालय का खेल मैदान नगर निगम के माध्यम से बेहतर बनाया जाएगा। जनभागीदारी में राशि का प्रावधान बढ़ाकर 20 लाख से 50 लाख रुपए किया गया है।
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग इसी सत्र से
शिक्षा मंत्री ने निर्देश दिए कि महाविद्यालय में विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए इसी सत्र से कोचिंग प्रारंभ की जाए। उन्होंने कहा कि नवीन शिक्षा नीति में इस बात की सुविधा दी गई है कि कोई भी विद्यार्थी किसी भी संकाय से हटकर अन्य संकाय की भी पढ़ाई कर सकेगा।
औद्योगिकीकरण की गति को तेज करना हमारा प्रयास
विधायक श्री काश्यप ने कहा कि लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। 2 वर्षों की अवधि में इस महाविद्यालय में 26 नवीन कक्ष निर्मित हुए हैं। अभी नए निर्माण के प्रस्ताव भी हैं जिनमें मल्टीस्टोरी निर्माण शामिल है। श्री काश्यप ने कहा कि हमारा प्रयास औद्योगिकीकरण की गति को तेज करना है ताकि स्थानीय युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार प्राप्त हो जाए। आरंभ में प्राचार्य डॉ. मिश्र ने स्वागत उद्बोधन दिया।