खेल चेतना मेला प्रशिक्षण शिविर : दूसरे दिन क्रिकेट, बेडमिंटन, हॉकी, शतरंज, कबड्डी और एथलेटिक्स के शिविर प्रारंभ
⚫ खिलाड़ियों से पटे मैदान
⚫ शनिवार को बास्केटबॉल, टेबल टेनिस, व्हॉलीवॉल के शिविर की होगी शुरुआत
हरमुद्दा
रतलाम, 2 दिसंबर। खेल चेतना मेला की तैयारियों के बीच मैदानों पर आयोजित प्रशिक्षण शिविर में बड़ी संख्या में खिलाड़ी पहुंच रहे है। दूसरे दिन क्रिकेट, बेडमिंटन, हॉकी, शतरंज, फुटबॉल और कबड्डी के शिविर प्रारंभ हुए, जिसमें बड़ी संख्या में खिलाड़ियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके अतिरिक्त एक दिन पूर्व से शुरू हुए कुश्ती, खो-खो और शरीर सौष्ठव के शिविर भी जारी रहे। तीसरे दिन शनिवार को बास्केटबॉल, टेबल टेनिस, व्हॉलीवॉल के शिविर की शुरुआत होगी।
खेल चेतना मेला समिति सचिव मुकेश जैन ने बताया कि शिविर के दूसरे दिन क्रिकेट, बेडमिंटन, हॉकी, शतरंज, फुटबॉल, कबड्डी और एथलेटिक्स के प्रशिक्षण शिविर की शुरूआत हुई। इसमें उक्त खेलों के प्रशिक्षकों द्वारा खिलाड़ियों को अलग-अलग खेल मैदानों पर प्रशिक्षण देने के साथ खेलों की बारिकियों से अवगत कराया जा रहा है।
इनकी मौजूदगी में दिया गया प्रशिक्षण
शिविर के दूसरे दिन नेहरू स्टेडियम पर क्रिकेट का प्रशिक्षण खेल संयोजक अश्विनी शर्मा और अनुज शर्मा के माध्यम से दिया गया। स्टेडियम में हॉकी का प्रशिक्षण खेल संयोजक कृष्णगोपाल तिवारी और फुटबॉल का प्रशिक्षण खेल संयोजक गुलाम मोहम्मद की उपस्थिति में दिया गया। लॉ कॉलेज में शह और मात के खेल शतरंज की बारिकियां खेल संयोजक मनीष जोशी ने समझाई। सागोद रोड स्थित जैन बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कबड्डी का प्रशिक्षण खेल संयोजक आर.सी. तिवारी और विरेंद्र गुर्जर द्वारा दिया गया, जबकि यहां हॉल में बेडमिंटन का प्रशिक्षण संयोजक जगदीश श्रीवास्तव के माध्यम से दिया गया। शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय में खेल संयोजक अमरीक राणा द्वारा एथलेटिक्स के प्रशिक्षण की शुरूआत की गई।
खिलाड़ियों को करे प्रेरित स्पर्धाओं में शामिल होने के लिए
शहर में होने वाले खेलों के इस महाकुंभ में पहली बार योग और बालिका वर्ग की हॉकी के साथ कुछ खेलों में मिनी वर्ग को शामिल गया है। 9 से 12 जनवरी तक आयोजित होने वाला 23वां खेल चेतना मेला में इस बार 18 खेलों में 7 हजार से अधिक खिलाड़ी सहभागिता करेंगे। योग और तैराकी को छोड़ अन्य सभी खेलों के लिए प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत हो रही है। आयोजन समिति ने समस्त अभिभावकों के साथ स्कूल संचालक व प्राचार्यों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में बच्चों को उनके मानसिक और शारीरिक विकास के लिए खेल स्पर्धाओं में शामिल होने के लिए प्रेरित करे।