जब स्कूल पहुंचे कलेक्टर : शिक्षकों की लापरवाही की बच्चों ने खोली पोल, शिक्षकों की रोकी वेतन वृद्धि तो भोजन देने वाले समूह का भुगतान, जिला शिक्षा अधिकारी भी आए लपेटे में
⚫ शिक्षकों से कहा कलेक्टर ने कार्यप्रणाली सुधारो वरना की जाएगी कड़ी कार्रवाई
⚫ करमदी के 2 शिक्षकों की वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश
⚫ भोजन आपूर्ति करने वाले समूह के दिसंबर माह का भुगतान रोकने के निर्देश
⚫ जिला शिक्षा अधिकारी को दिया शोकज नोटिस
हरमुद्दा
रतलाम 09 दिसम्बर। कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने शुक्रवार को रतलाम ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों का निरीक्षण किया। स्कूली बच्चों से जब पढ़ाई और व्यवस्था की जानकारी ली तो उन्होंने पोल खोल कर रख दी। पढ़ाई के मामले में वे सही जवाब नहीं दे पाए वहीं शासन की योजना के अनुरूप हर दिन अलग-अलग मीनू से बच्चों को भोजन देना चाहिए जो कि नहीं दिया जा रहा था। बच्चे पढ़ाई में कमजोर मिले तो कलेक्टर नाराज हुए और शिक्षकों को सख्त लहजे में कहा कि ठीक नहीं है। कार्यप्रणाली सुधारो वरना सख्त कार्रवाई की जाएगी। बच्चों ने बताया कि 2 दिन से भोजन एक जैसा ही मिल रहा है। इस पर नाराज हुए कलेक्टर ने भोजन प्रदाय करने वाले समूह का दिसंबर माह का भुगतान रोकने के निर्देश दिए।
स्कूलों के निरीक्षण के दौरान नाराज कलेक्टर ने करमदी के 2 शिक्षकों भारती परमार तथा राधेश्याम यादव की वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी के.सी. शर्मा को शोकज नोटिस जारी किया, निरीक्षण के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी साथ थे।
2 दिन से भोजन का एक ही मीनू
करमदी के शासकीय प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण में कलेक्टर ने पाया कि कक्षा तीसरी के बच्चे कम संख्या में आए हैं, कक्षा पांचवी के बच्चे लगभग पूर्ण संख्या में थे। कलेक्टर ने बच्चों से मध्यान भोजन की जानकारी लेते हुए पूछा कि कल क्या खाया था, बच्चों ने बताया दाल, रोटी और आलू की सब्जी। कलेक्टर ने पूछा आज क्या खाया बच्चों ने बताया दाल, रोटी और आलू की सब्जी। इस पर सख्त नाराज कलेक्टर ने कहा कि यह नहीं चलेगा, बच्चों को एक ही मीनू रोजाना दिया जा रहा है जो घोर आपत्तिजनक है। भोजन आपूर्ति करने वाले समूह के दिसंबर माह का भुगतान रोकने के निर्देश कलेक्टर ने दिए।
पढ़ाई में बच्चे मिले कमजोर
कलेक्टर ने बच्चों के सामान्य ज्ञान को परखा, हिंदी की पुस्तक पढ़वाई, पहाड़े पूछें, पढ़ाई में बच्चे अपेक्षा से ज्यादा कमजोर मिले। इस पर शिक्षकों के प्रति सख्त नाराजगी व्यक्त की गई। दिलीप नगर मिडिल स्कूल में कलेक्टर द्वारा कक्षा छठवीं, सातवीं, आठवीं के बच्चों से चर्चा करते हुए उनके सामान्य ज्ञान को परखा गया। कलेक्टर ने दिलीप नगर के शिक्षकों को सख्ती से निर्देशित किया कि यदि उनके द्वारा शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार नहीं किया गया तो कठोर कार्यवाही के लिए तैयार रहें।
जरूरतमंदों को ही मिले प्रधानमंत्री आवास अपात्र को नहीं
कलेक्टर ने ग्राम तीतरी में प्रधानमंत्री आवास निर्माण का निरीक्षण किया। गांव के मध्य निर्माणाधीन ओमप्रकाश बैरागी का प्रधानमंत्री आवास देखा। इसके पश्चात गांव के बाहरी हिस्से में वृद्ध महिला कंकूबाई के निर्माणाधीन प्रधानमंत्री आवास का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने मौजूद ग्राम पंचायत सचिव को निर्देशित किया कि प्रधानमंत्री आवास जरूरतमंदों को ही मिले, अपात्रों को किसी भी स्थिति में नहीं दिए जाएं। सचिव को निर्देशित किया कि ग्राम तीतरी में आगामी दिनों निर्मित होने वाले प्रधानमंत्री आवासों के हितग्राहियों की सूची कलेक्टर को उपलब्ध कराई जाए। सूची का परीक्षण एसडीएम के माध्यम से कराया जाएगा।
नहीं मिला अशोक को नंदन फलोद्यान का लाभ
जनजातीय व्यक्ति अशोक खदेड़ा को नंदन फलोद्यान योजना का लाभ नहीं दिए जाने पर कलेक्टर ने पंचायत सचिव के प्रति सख्त नाराजगी व्यक्त की।