पेयजल समस्या हल: नवीन टयूबवेल खनन से दो कि.मी.दूर से पानी लाने से मिली मुक्ति
1 min readहरमुद्दा
नीमच 17 जून। जीरन के समीप ग्राम भडक सनावदा में लंबे समय से पेयजल की समस्या थी। यहां सभी टयूबवेल व हैण्डपम्प सूखने के कारण ग्रामीणों को एक से दो किलो मीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा था। सरपंच द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए गांव से दूर स्थित निजी कुएं से पाईप लाईन के माध्यम से पानी लाया जा रहा था। अब लोक स्वा.यांत्रीकी विभाग द्वारा खोदे गए नवीन ट्यूबवेल लगाने से पर्याप्त पानी निकला है। इससे अब ग्रामीणों को राहत मिली।
जीरन तालाब और हर्कियाखाल डेम को भरने वाला नाला भकड सनावदा के नाम से जाना जाता है। इसके किनारे बसे ग्राम भडक सनावदा के रहवासी पेयजल के लिए परेशान हो रहे थे। ग्राम में 16 नलकूप 4 हेण्ड पम्प है। वे सब जल स्तर गिरने से एक-एक कर सूख चुके। ग्रामीणों को पिछले एक माह से एक से दो कि.मी.दूर खेतो पर स्थित कुओं व टयूबवेल से पानी लाना पड़ रहा था।
फिर भी कमी थी पानी की
इस बीच सरपंच किरणबाला-मुकेश जाट ने वैकल्पिक व्यवस्था की और गांव से दूर स्थित निजी कुएं में मोटर व पाईप लाईन डाली गई। जिसे गांव तक बिछाने के बाद पेयजल उपलब्ध करवाया गया। इस अस्थायी व्यवस्था के बाद भी पूरी तरह से जलापूर्ति नहीं हो पा रही थी।
कलेक्टर की पहल रंग लाई
ऐसे में कलेक्टर अजयसिह गंगवार के निर्देशानुसार लोक स्वा.यांत्रिकी विभाग द्वारा गांव भडक सनावदा में नवीन बोर की स्वीकृति दी और गत दिवस बोरिंग के लिए खुदाई की गई। इसमें मोटर लगाने के बाद अब ग्राम में पानी वितरण किया जा रहा है। ग्रामीण महिलाएं नवीन नलकूल खनन से बेहद खुश है। उन्हे भीषण गर्मी में दूर से पानी लाने से मुक्ति मिल गई है।