धर्म संस्कृति : श्री नित्यानंद आश्रम के संतश्री नर्मदानंद बापजी की कश्मीर से अयोध्या तक की राष्ट्र गौरव पदयात्रा हुई पूर्ण
⚫ 18 जनवरी को प्रातः 11 बजे पहुंचेंगे श्री कालिकामाता मंदिर
⚫ श्री कालिकामाता में पूजन अर्चन के बाद पहुंचेंगे आश्रम
हरमुद्दा
रतलाम, 18 जनवरी। श्री नित्यानंद आश्रम श्री नजर निहाल आश्रम के पूज्य संत 1008 श्री नर्मदानंद बापजी द्वारा श्रीनगर से प्रारंभ की गई राष्ट्र गौरव पदयात्रा 15 जनवरी को अयोध्या पहुंचकर भव्य समारोह के साथ संपन्न हुई। यात्रा समाप्ति के पश्चात स्वामी जी 18 जनवरी बुधवार को रतलाम पहुंचेंगे और श्री कालिका माता मंदिर में पूजन अर्चन कर आश्रम जाएंगे।
भक्त मंडल के राजेश सक्सेना ने बताया की उक्त पद यात्रा पूर्ण कर बापजीश्री नर्मदा नंदजी 18 जनवरी को प्रातः 11 बजे रतलाम पहुंच श्री कालिकामाता के पूजन अर्चन करने के पश्चात आश्रम पहुंचेंगे।
श्रीनगर से प्रारंभ हुई थी गौरव यात्रा
श्री सक्सेना ने बताया कि संत श्री ने नर्मदानंद बापजी ने श्रीनगर से अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि तक की राष्ट्र गौरव पदयात्रा 75 दिनों में पूरी करने का संकल्प लिया था। उनकी यह यात्रा विगत 04 नवंबर 2022 को श्रीनगर की शंकराचार्य पहाडी पर पूजन अभिषेक और लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज को फहराने के साथ प्रारंभ हुई थी।
विभिन्न राज्यों से होते हुए पहुंचे अयोध्या
इसके बाद संत श्री नर्मदानंद बापजी जम्मू कश्मीर से निकल कर पंजाब हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में से गुजरते हुए अयोध्या में उनकी यात्रा का समापन गत 15 जनवरी को श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण स्थल पर पहुंच कर हुआ।
समापन अवसर पर यह थे मौजूद
संत श्री नर्मदानंद बापजी की राष्ट्र गौरव यात्रा के समापन अवसर पर एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया था,जिसमें देशभर के कई पूजनीय संत और बापजी के भक्तगण मौजूद थे।
श्रीराम जानकी महल,अयोध्या धाम, में 15 जनवरी को इस समारोह में मुख्य अतिथि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय, अध्यक्षता श्री श्री 1008 पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद जी महाराज राजगुरु बीकानेर, विशेष अतिथि के रूप में श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती जी महाराज मुंबई, श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर आशुतोषनंद जी महाराज बनारस, श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी चंद्रेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज, श्री श्री 1008 स्वामी अभयानंद जी सरस्वती महाराज और श्री महंत राजू दास जी, यात्रा संयोजक प्रदीप पांडे, सह संयोजक मोहन मुरलीवाला आदि के साथ बड़ी संख्या में कई प्रदेशो से आए भक्त उपस्थित थे।