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प्यार, इश्क, मोहब्बत : दो लाड़लियों के गिड़गिड़ाने, धाड़ मारकर रोने के बावजूद भी मां का दिल नहीं पसीजा, चली गई प्रेमी के संग

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⚫ 15 साल पहले हुई थी शादी

⚫ दिल दे बैठी फाइनेंस कर्मी को

⚫ रोक नहीं पाया पुलिस और प्रशासन भी

हरमुद्दा
उदयपुर, 10 अप्रैल। प्यार, इश्क मोहब्बत के भंवर जाल में ऐसे फंसी की वह दो लाड़लियों रोता बिलखता छोड़ कर फाइनेंस कर्मी के साथ चली गई। रोते हुए बेटियों द्वारा मां के पैर पकड़ने, रुकने की विनती करने के बावजूद नहीं रुकी और चली गई। इस मामले में पुलिस और प्रशासन भी कुछ नहीं कर पाया।

पुलिस के सामने दोनों बच्चियां और पिता रोते हुए

ऐसा हुआ जिले के सलूंबर के पास गांव में। करीब 15 वर्ष पहले मदन के साथ दांपत्य सूत्र में बंधी। गृहस्थी की गाड़ी अच्छे तरीके से चल रही थी। बड़ी बिटिया तकरीबन 10 से 12 साल की तो छोटी 5 से 7 साल की है लेकिन मां फाइनेंस कर्मी को दिल दे बैठी और उसके साथ जाने का फैसला ले लिया। परिजनों ने काफी समझाया लेकिन वह नहीं मानी।

पुलिस को कहा पति से जान को खतरा

इतना ही नहीं उसने पुलिस और प्रशासन से कहा कि मेरे पति से मेरी और मेरे प्रेमी की जान को खतरा है। मुझे जाने नहीं देंगे। मेरी सुरक्षा की जाए और मुझे जाने दिया जाए।

मगर मां का दिल नहीं पसीजा तो नहीं पसीजा

पुलिस के सामने भी छोटी बेटी गुहार लगाते हुए
लाचार पुलिसकर्मी बिटिया को सांत्वना देते हुए
रोते हुए बड़ी बेटी भी पुलिस से बात करते हुए साथ में पिता और छोटी बहन
मां के पैर पकड़कर बिलखती हुई बच्चियां

दोनों बेटियां पति सहित अन्य परिजन ने लाख मान मनव्वल की लेकिन वह नहीं मानी। पति, परिजनों के साथ मोहल्ले के, गांव के लोग भी मनाते रहे लेकिन वह नहीं मानी, जिसने भी बालिका को भी रोते हुए देखा उनकी भी आंखों से आंसू निकल गए। पुलिस के सामने भी दोनों बेटियां रो-रो कर दुहाई करती रही। मगर पुलिस वाले चाहकर भी कुछ नहीं कर पाए। कलेक्टोरेट में हुए भाव विह्वल करने वाले इस दृश्य देखकर हर कोई द्रवित हो उठा, मगर मां का दिल नहीं पसीजा तो नहीं पसीजा।

… और दो बच्चों की मां चली गई प्रेमी के संग

और चली गई मां रोती रही बेटियां

लाख कोशिश के बावजूद भी मां का दिल नहीं पसीजा और वह प्यार, इश्क, मोहब्बत के रंग में रंगते हुए कलेक्टोरेट से वह प्रेमी के साथ चली गई।

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