ग्रीष्मकालीन व्याख्यानमाला : हर क्षेत्र की विशेष हस्तियां आकर करेंगी ज्वलंत मुद्दों पर बात
⚫ अभ्यास मंडल की 62 वीं व्याख्यानमाला का आयोजन आज से
हरमुद्दा
इंदौर, 13 मई। सामाजिक संस्था अभ्यास मंडल की 62 वीं ग्रीष्मकालीन व्याख्यानमाला का शुभारंभ शनिवार से होने जा रहा है। इस व्याख्यानमाला के दौरान 1 सप्ताह तक देश के विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ आकर ज्वलंत मुद्दों पर बात करेंगे।
अभ्यास मंडल के अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता एवं सचिव नेताजी मोहिते ने बताया कि अभ्यास मंडल के द्वारा पिछले 61 सालों से लगातार ग्रीष्मकालीन व्याख्यानमाला का आयोजन किया जा रहा है। इस व्याख्यानमाला में हमेशा ही देश के हर क्षेत्र के विशेषज्ञों को जानकारी देने के लिए बुलाया जाता है। यह वर्ष व्याख्यानमाला का 62 वां वर्ष है । इस वर्ष की व्याख्यानमाला 13 मई से शुरू हो रही हैं। इस बार व्याख्यानमाला के आयोजन को वरिष्ठ पत्रकार डॉ. वेद प्रताप वैदिक, पद्मश्री अभय छजलानी और कामरेड बसंत शिंत्रे को समर्पित किया गया है।
व्याख्यानमाला के संयोजक अशोक कोठारी, मनीषा गौर ने बताया कि व्याख्यानमाला हर दिन शाम 6:30 बजे से शुरू होगी। यह आयोजन साउथ तुकोगंज में स्थित जाल सभागृह में रखा गया है। 13 मई को पहले दिन उपभोक्ता के अधिकार और कर्तव्य विषय पर व्याख्यान होगा। व्याख्यान देने के लिए हमारे बीच अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के केंद्रीय संगठन मंत्री दिनकर सबनीस आ रहे हैं।
इस आयोजन के संयोजक सुरेश उपाध्याय एवं माला सिंह ठाकुर ने बताया कि 14 मई को सांसद वरुण गांधी भारत की आगामी राह अवसर व चुनौतियां विषय पर संबोधित करेंगे, जबकि 15 मई को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश जी नए दौर की चुनौतियां बताएंगे । इसके बाद 16 मई को चुनाव विश्लेषक यशवंत देशमुख के द्वारा महिला आरक्षण और चुनौतियों पर प्रकाश डाला जाएगा जबकि 17 मई को सांसद मनीष तिवारी वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य और नागरिकों की भूमिका को स्पष्ट करेंगे ।
इस व्याख्यानमाला में 18 मई को वामपंथी विचारक अशोक राव के द्वारा सार्वजनिक स्वामित्व की संपत्तियों के निजीकरण के खतरे और प्रभाव पर प्रकाश डाला जाएगा। जबकि 19 मई को रेड बैंक के संस्थापक नरेंद्र सेन डिजिटल इकोनामी में भारत का योगदान व अवसर विषय पर संबोधित करेंगे। इस व्याख्यानमाला का समापन 20 मई को जस्टिस जितेंद्र कुमार माहेश्वरी न्यायाधिपति सर्वोच्च न्यायालय द्वारा न्याय प्रक्रिया में गतिशीलता विषय पर व्याख्यान दिए जाने के साथ होगा ।