धर्म संस्कृति : स्वामी श्री ज्ञानानन्द जी महाराज का 32 वां पुण्य स्मृति महोत्सव 19 से 26 मई तक, शंकराचार्यजी द्वारा पहली बार कथा
⚫ अखंड ज्ञान आश्रम, रतलाम में भानपुरा पीठाधीश्वर करेंगे श्रीमद् भागवत कथा
हरमुद्दा
रतलाम, 14 मई। अखंड ज्ञान आश्रम, रतलाम में ब्रह्मलीन पूज्य स्वामी श्री ज्ञानानन्द जी महाराज का 32 वां पुण्य स्मृति महोत्सव 19 से 26 मई तक आयोजित होगा। यंहा भानपुरा पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य श्री स्वामी ज्ञानानंद जी तीर्थ महाराज श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करवायंगे। महोत्सव श्रीगणेश प्रसंग पर ब्रह्मलीन श्री श्री 1008 स्वामी श्री स्वरूपा नन्द जी महाराज की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी। महोत्सव में देशभर से संत महात्मा पधारेंगे। महोत्सव पूर्णाहुति पर भंडारा में हजारों भक्त महाप्रसादी ग्रहण करेंगे।
अखंड ज्ञान आश्रम के स्वामी श्री देवस्वरूपानंद जी महाराज ने बताया कि अवधूत महाप्रभु श्री श्री 1008 स्वामी श्री अखण्डानन्द जी महाराज के परमशिष्य श्री श्री 1008 ब्रह्मलीन पूज्य स्वामी श्री ज्ञानानन्द जी महाराज 32 वें पुण्य स्मृति महोत्सव का भव्य आयोजन 19 मई से प्रारम्भ होगा। धर्मस्व नगरी रतलाम में पहली बार भगवत कथा प्रेमी भक्तों को भानपुरा पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य श्री स्वामी ज्ञानानंद जी तीर्थ महाराज द्वारा मोक्षदायिनी श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करवाया जायेगा। 19 से 25 मई तक प्रतिदिन कथा का समय दोपहर 3 बजे से सैलाना बस स्टेंड अखंड ज्ञान आश्रम पर रहेगा। महोत्सव श्रीगणेश पर 19 मई सुबह 10 बजे ब्रह्मलीन श्री श्री 1008 स्वामी श्री स्वरूपानन्द जी महाराज की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी। पूर्णाहुति पर 26 मई को सुबह 7 से 10 बजे तक श्रे विष्णु महायज्ञ और उसके बाद भंडारा होगा।
तीर्थ भूमि से होगा संत महात्माओं का आगमन
उन्होंने बताया कि महोत्सव के मुख्य अतिथि स्वामी श्री चैतन्यस्वरूप जी महाराज अविनाशी धाम इंदौर, रहेंगे। अध्यक्षता चित्रकूट पीठाधीश्वर अनंतश्री विभूषित डॉ. स्वामी दिव्यानंद जी महाराज करेंगे। विशेष अतिथि के रूप में स्वामी श्री प्रभुतानन्द जी महाराज चित्रकुट, स्वामी श्री प्रणवानन्द सरस्वती जी महाराज ओंकारेश्वर एवं स्वामी श्री केदार बाबा जी महाराज इंदौर उपस्थित रहेंगे। पूर्णाहुति अवसर पर आयोजित संत सम्मेलन में हरिद्वार, ऋषिकेश सहित अन्य तीर्थ भूमि से संत महात्मा आशीर्वचन प्रदान करने रतलाम पधार रहे है।
महोत्सव में शामिल होने का आह्वान
आश्रम के ट्रस्टीवर्य डॉ.श्री स्वामी दिव्यानंद जी महाराज,स्वामी श्री शिवरामानन्द जी महाराज, आश्रम के संत स्वामी श्री ब्रह्मप्रकाशजी महाराज, स्वामी श्री सुजानानन्द जी महाराज, ट्रस्टी रतनलाल ठेकेदार, एड.रमेश गर्ग, सतीश झंवर एवं अनोखीलाल दुबे आदि ने नागरिकों को इस महोत्सव में आग्रह किया है। गर्मी को देखते हुए कथा स्थल पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही है ताकि नागरिकों को असुविधा नहीं हो।