सेहत सरोकार : मदर्स डे पर एमसीएच अस्पताल में विवाह एवं गर्भधारण पूर्व परामर्श केंद्र का शुभारंभ, कुंडली मिलान के साथ रक्त की जांच भी जरूरी
⚫ प्रात: 10 बजे से 1 बजे तक नि:शुल्क परामर्श सुविधा उपलब्ध
⚫ बेरोजगार महिला को दी सिलाई मशीन
हरमुद्दा
रतलाम, 15 मई। मदर्स डे के अवसर पर रतलाम जिले का पहला विवाह पूर्व एवं गर्भधारण पूर्व परामर्श केद्र का शुभारंभ एमसीएच रतलाम अस्पताल में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ पद्मश्री लीला जोशी ने समाजसेवियों की मौजूदगी में फीता काटकर किया।
कार्यक्रम में डॉ. अनुराधा गोखले, डॉ. ममता शर्मा, डॉ. आशा सर्राफ, अर्चना झालानी, सबा खान, प्रथमा कौशिक, सुलोचना शर्मा, समाजसेवी गोविंद काकानी, गोपाल जोशी, सुनीता साथी, सविता तिवारी, रश्मि व्यास, विनिता, ज्योति छजलानी, विद्या वास्कले काउंसलर एमसीएच, सचिन वर्मा, चेतन पांडे आदि उपस्थित रहे।
साड़ी देकर किया सम्मान
कार्यक्रम में इनरव्हील क्लब, लायंस क्लब तथा रतलाम नई पहल के सामाजिक कार्यकर्ताओं श्रीमती झालानी एवं सदस्यों द्वारा बेरोजगार महिला को सिलाई मशीन भेंट की एवं शिशुओें के लिए झबले माताओं के लिए काजू के पैकेट आदि प्रदान किए गए। इस अवसर पर रेलवे ट्रेक पर मिले बच्चे का पालन पोषण करने वाली माता को साडी एवं वस्त्र आदि भेंट कर स्वागत किया गया। संचालन आशीष चौरसिया ने किया।
गर्भधारण के कारण होने वाले खतरों में आएगी कमी
परामर्श कक्ष के माध्यम से किशोरी बालिकाओं को मासिक धर्म के दौरान होने वाले परिवर्तन प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल गर्भधारण के पूर्व परामर्श दिया जाएगा। इससे मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर को कम करने के साथ साथ परिवार कल्याण कार्यक्रम को बल मिलेगा। कम उम्र के गर्भधारण के कारण होने वाले खतरों में भी कमी लाई जा सकेगी।
⚫ पद्मश्री डॉ. लीला जोशी
कुंडली मिलान के साथ साथ रक्त की जांच भी जरूरी
विवाह पूर्व परामर्श प्रदान करने से सिकल सेल अनीमिया, थेलेसीमिया के मामलों में भी कमी लाई जा सकेगी। वर्तमान में सिकल सेल अनीमिया, थेलेसीमिया के लगभग 200 बच्चे पीडित हैं जिनको ब्ल्ड ट्रांसफयुजन की आवश्यकता रहती है। विवाह पूर्व कुंडली मिलान के साथ साथ रक्त की जांच भी कराना चाहिए। निकट रक्त संबंधियों में विवाह करना भी सिकल सेल अनीमिया का एक प्रमुख कारण है।
⚫ गोविंद काकानी, समाजसेवी
परामर्श से दूर होगी भ्रांतियां
बडे शहरों के अस्पतालों में पृथक परामर्श कक्ष की सुविधा उपलब्ध रहती है। बेटियों को समय पर उचित परामर्श मिलने से मासिक धर्म को लेकर होने वाली भ्रांतियों को दूर किया जा सकेगा।
⚫ सबा खान, समाजसेवी