धर्म संस्कृति : लब्धि समारोह को मिली विशेष उपलब्धि, फरवरी 2024 में होगा महोत्सव, धार्मिक उल्लास से मनाया गया शीतल तीर्थ का स्थापना उत्सव
⚫ पंचकल्याणक के प्रमुख पात्र माता-पिता की हुई घोषणा
⚫ देश के विभिन्न स्थानों से आए गुरु भक्त
⚫ शेष पात्रों की चयन सूची होगी शीघ्र घोषित
⚫ गोधा दंपत्ति का किया अभिनंदन
हरमुद्दा
रतलाम, 16 जून। रतलाम- बांसवाड़ा मार्ग पर स्थित नवोदित धर्म स्थल शीतल तीर्थ पर तीर्थ का स्थापना दिवस एवं लब्धि समारोह बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। देश के विभिन्न स्थानों से गुरु भक्त आए। आयोजन में पंचकल्याणक के प्रमुख पात्र माता-पिता की घोषणा की गई। उनका अभिनंदन भी किया गया। शेष चयनित पात्रों की सूची शीघ्र घोषित की जाएगी।
अधिष्ठात्री डॉ. सविता दीदी ने हरमुद्दा को बताया कि प्रातः काल 8 बजे क्षेत्र पर स्थित चैत्यालय का भव्य पंचामृत अभिषेक एवं शांतिधारा की गई जिसमें भगवान आदिनाथ की शांतिधारा का सौभाग्य कमल-निशा ठोल्या (चेन्नई) एवं गुरु चरणों की शांतिधारा का सौभाग्य श्री महेन्द्र-सरिता गुड़ वाला परिवार (कोटा) को प्राप्त हुआ। इसके पश्चात मालेगांव से पधारे प. वृषभसेन उपाध्ये के निर्देशन में आगम अनुसार श्री ऋषिमण्डल विधान का आयोजन किया गया।
दीप प्रज्वलन के साथ सभा की शुरुआत
प्रवक्ता राकेश पोरवाल ने बताया कि दोपहर में तीर्थ प्रांगण में ही विनयांजलि सभा एवं गुरु गुणानुवाद का आयोजन किया गया । जिसमें फरवरी 2024 में होने वाले पंचकल्याणक के संदर्भ में भी प्रकाश डाला गया। जिसकी अध्यक्षता पंचकल्याणक आयोजन समिति के अध्यक्ष कमल ठोल्या ने की एवं मुख्य अतिथि के रूप में केशवराय पाटन तीर्थ के अध्यक्ष गुलाब चंद जैन (चुना वाला) ने अपनी उपस्थित रहे। गुरु चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ सभा की शुरुआत हुई। आयोजन में देश के विभिन्न स्थानों से भक्तजन शामिल हुए।
गोधा दंपत्ति का किया अभिनंदन
पंचकल्याणक आयोजन समिति के संयोजक नरेन्द्र रारा ने जानकारी देते हुए बताया कि शीतल तीर्थ के प्रणेता समाधिस्थ आचार्य योगीन्द्र सागर जी गुरुदेव के स्वप्न तीर्थ पर फरवरी 2024 में चर्या शिरोमणि आचार्य विशुद्ध सागर जी मुनिराज के पावन सान्निध्य में अंतरराष्ट्रीय पंचकल्याणक महोत्सव आयोजित होने वाला है ओर आयोजन की तिथियों की घोषणा के बाद से ही निरन्तर हर गुरु भक्त किसी न किसी रूप में अपनी सहभागिता दर्ज कराने को आतुर है। सबसे बड़े संयोग की बात ये है कि लब्धि समारोह के दिन ही पंचकल्याणक के प्रमुख पात्र भगवान के माता-पिता के नाम की घोषणा हो गई और यह सौभाग्य प्राप्त किया बड़नगर निवासी श्रीमती हेमलता- अशोक गोधा परिवार ने। कमेटी द्वारा गोधा दम्पत्ति का अभिनंदन किया गया।
शेष पात्रों की चयन सूची होगी शीघ्र घोषित
समिति के कार्याध्यक्ष सुरेश सिंघवी ने कहा कि गुरुदेव ने भक्तों के सपनो को साकार करने हेतु उन्हें अपनी तपस्या की ऊर्जा का आशीर्वाद सदैव प्रदान किया है।अब हमे भी उनके स्वप्न शीतल तीर्थ की पंचकल्याणक प्रतिष्ठा को पूरी निष्ठा से भव्य रूप से संपन्न करवाना है। इस हेतु पात्र बनने हेतु कई भक्तों के आग्रह आ रहे है। शीघ्र ही शेष पात्रों की चयन सूची भी घोषित की जाएगी। समिति के महामंत्री डॉ. अनुपम जैन ने आयोजन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पूज्य गुरुदेव की साधना स्थली अन्य साधकों के लिए भी उनकी साधना का सेतु बन सके उसी आधार पर यहाँ समस्त निर्माण कार्य किए जा रहे है।