धर्म संस्कृति : “दिव्य दर्शन भवन” में “अनुभूति सभागृह” का उद्घाटन 26 जुलाई को
⚫ प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय रतलाम के डोंगरे नगर में आयोजन
⚫ 27 व 28 जुलाई को विशेष योग तपस्या शिविर बीके सूर्य भाई के मार्गदर्शन में
⚫ 500 से अधिक साधक होंगे शामिल
हरमुद्दा
रतलाम, 23 जुलाई। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय रतलाम द्वारा डोंगरे नगर में नवनिर्मित “दिव्य दर्शन भवन” में “अनुभूति सभागृह” का उद्घाटन 26 जुलाई शाम 6 बजे होगा। 27 एवं 28 जुलाई को विशेष योग तपस्या शिविर का आयोजन होगा जिसमें 500 से अधिक साधक शामिल होंगे। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा सामाजिक सरोकार के तहत विभिन्न प्रकल्प संचालित किए जा रहे हैं, जिसमें पौधारोपण, जल संरक्षण एवं नशा मुक्त भारत अभियान चल रहा है।
यह जानकारी डोंगरे नगर स्थित दिव्य दर्शन भवन में इंदौर जोन की चेयरपर्सन बीके अनिता दीदी ने पत्रकार वार्ता में दी। इस दौरान रतलाम केंद्र की संचालिका बीके सविता दीदी मौजूद रही।
इनका रहेगा सान्निध्य
बीके अनिता दीदी ने बताया कि कार्यक्रम में विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय केंद्र माउंट आबू के तपस्वी बीके सूर्य भाई, इंदौर जोन की क्षेत्रीय निर्देशिका राजयोगिनी बीके हेमलता दीदी, भिलाई क्षेत्र की संचालिका राजयोगिनी बीके आशा दीदी, उज्जैन क्षेत्र की संचालिका राजयोगिनी बीके ऊषा दीदी की मौजूदगी में होगा। आयोजन में क्षेत्रीय सांसद गुमान सिंह डामोर, कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, उद्योगपति अनोखी लाल कटारिया विशेष रूप से मौजूद रहेंगे।
27 एवं 28 जुलाई को योग तपस्या शिविर
बीके अनीता दीदी ने बताया कि तपस्वी बीके सूर्य भाई 58 वर्षों से ब्रह्माकुमारी संस्थान में समर्पित होकर अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू में वरिष्ठ राजयोग शिक्षक के रूप में आध्यात्मिक ज्ञान एवं राज योग की शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। उनके मार्गदर्शन में 27 एवं 28 जुलाई को विशेष योग तपस्या का आयोजन होगा। इनके साथ राजयोग शिक्षिका बीके गीता दीदी एवं बीके रोहित भाई द्वारा 500 से अधिक साधकों को मार्गदर्शन दिया जाएगा। विशेष योग तपस्या शिविर का आयोजन सुबह 6:30 से 1 बजे तक तथा शाम को 5 से रात 8 बजे तक रहेगा।
शुरू कर सकते हैं सात दिवसीय शिविर
दिव्य दर्शन भवन डोंगरे नगर रतलाम केंद्र की बीके सविता दीदी ने बताया सुबह-शाम एक घंटा दिव्य दर्शन भवन में आकर सात दिवसीय शिविर को कर सकते हैं। शिविर के माध्यम से आध्यात्मिक अनुभूति होती है। जीवन जीने की कला समझ में आती है। रतलाम और आसपास 8 केंद्र संचालित हैं, वही पाठशाला का संचालन भी किया जा रहा है।
सामाजिक सरोकार के कई प्रकल्प संचालित
पत्रकारों से चर्चा करते हुए अनीता दीदी ने बताया कि ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के तहत नशा मुक्त भारत अभियान भी चलाया जा रहा है। नशा मुक्ति के लिए जन-जन को समझाइश दी जा रही है। गत वर्ष कल्पतरु अभियान के तहत 19 लाख पौधों का रोपण किया गया। इस वर्ष भी पौधारोपण अभियान चल रहा है। जल संरक्षण के तहत जल बचाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। साथ ही पानी का उपयोग कम करने की सलाह दी जा रही है।