सामाजिक सरोकार : विद्यार्थी जीवन का आधार है शिक्षक

विद्यापीठ के अध्यक्ष कन्हैयालाल तिवारी ने कहा

श्री महर्षि श्रृंग विद्यापीठ में शिक्षक दिवस मनाया

हरमुद्दा
रतलाम 5 सितंबर। विद्यार्थी के जीवन का आधार शिक्षक होता है। बचपन में जब माता-पिता को छोड़कर विद्यार्थी घर से बाहर निकलता है तो सबसे पहले शिक्षक ही उसे सही रास्ता बताता है।


यह विचार ब्राह्मणवास स्थित श्री महर्षि श्रृंग विद्यापीठ में मंगलवार को शिक्षक दिवस सम्मान समारोह में विद्यापीठ अध्यक्ष कन्हैयालाल तिवारी ने व्यक्त किये। श्री तिवारी ने कहा कि हमें सदैव शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए । विद्यापीठ में प्रतिवर्ष समस्त शिक्षकों का सम्मान किया जाता है। कार्यक्रम में श्री सिखवाल समाज देवस्थान  न्यास अध्यक्ष अशोक पांडया, परामर्शदाता लेहरूलाल व्यास, सचिव गोपालकृष्ण व्यास, न्यासी अनिल पांडया मंचासीन थे। स्वागत उद्बोधन सहसचिव सतीश त्रिपाठी ने दिया।

स्वागत उद्बोधन देते हुए श्री त्रिपाठी

माल्यार्पण के साथ शुभारंभ

प्रारंभ में मां सरस्वती तथा भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन की तस्वीर पर माल्यार्पण किया।संचालन शिक्षिका फराह खान ने किया।

सम्मानित शिक्षिकाओं के साथ अतिथि

विद्यापीठ में कार्यरत समस्त  शिक्षिकाओं का सम्मान किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने अपनी अपनी कक्षाओं की आकर्षक सजावट भी की थी। जिसका निरीक्षण अतिथि द्वारा किया गया।

वर्ष 1975 न्यास के संस्थापकगण की तस्वीर का अनावरण

अनावरण करते हुए अतिथि

विद्यापीठ में शिक्षक दिवस पर श्री सिखवाल समाज देवस्थान न्यास के वर्ष 1975 में स्थापना करने वाले 21 संस्थापकगण तथा समस्त पूर्व अध्यक्ष की तस्वीर का अनावरण न्यास अध्यक्ष अशोक पांडया एवं अन्य अतिथिगण द्वारा किया गया । उल्लेखनीय  है कि 27 मार्च 1975 में न्यास की स्थापना हुई थी । न्यास के संस्थापक अध्यक्ष स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कल्याण मल पुरोहित एडवोकेट थे। तत्पश्चात द्वितीय अध्यक्ष समाजसेवी हजारीमल व्यास रहे। तृतीय अध्यक्ष वर्ष 1998 से वर्ष 2020 तक रणछोड़लाल व्यास थे । विगत 48 वर्ष से न्यास शैक्षणिक, धार्मिक, सामाजिक गतिविधियों में निरंतर सक्रिय है ।

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