सामाजिक सरोकार : ग्राहक को लेकर संपूर्ण अर्थ जगत का चिंतन करने वाला ग्राहक पंचायत पहला संगठन

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा

अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के स्वर्ण जयंती वर्ष का हुआ उद्घाटन

केंद्रीय उपभोक्ता कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा – ग्राहकों को शोषण से बचाने के लिए होंगे हर संभव प्रयास

हरमुद्दा
पानीपत 9 सितंबर। ग्राहकों की समस्याओं पर कार्य करने वाले पहले भी थे। परंतु ग्राहक को लेकर संपूर्ण अर्थ जगत का चिंतन करने वाला, ग्राहक पंचायत पहला संगठन है। शासन को भी उसने ग्राहक हित में कार्य करने के लिए महत्वपूर्ण सहयोग दिया है। ग्राहक दर्शन देना, उसे अनुभव की कसौटी पर परख कर समाज जीवन में ले जाना आसान कार्य नहीं है। परंतु ग्राहक पंचायत ने यह कर दिखाया है। संपूर्ण समाज ग्राहक है। ग्राहक आंदोलन की आयु नहीं होती, क्योंकि समाज में सदैव ग्राहक रहने वाले हैं।

यह विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने व्यक्त किए। श्री भागवत अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के स्वर्ण जयंती समारोह के उद्घाटन सत्र में संबोधित कर रहे थे। शनिवार को दो दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत हुई।

यह थे मंचासीन

विमोचन करते हुए अतिथि

सेवा साधना विकास केंद्र, पट्टी कल्याण, समालखा, जिला पानीपत में प्रारंभ हुए उद्घाटन सत्र में केंद्रीय उपभोक्ता कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे बतौर विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे मंच पर बड़ौदा इस्कान के प्रमुख स्वामी नित्यानंद जी, स्वामी चिन्मयानंदजी, ग्राहक पंचायत के अध्यक्ष नारायण भाई शाह, स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह समिति के अध्यक्ष अशोक पांडे मौजूद थे। अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। अतिथियों ने ग्राहकों के हित में लिखी गई पुस्तक का विमोचन ने किया।

स्वर्ण जयंती की बजाए स्वर्णिम वर्ष में कह सकते हैं इसे

श्री भागवत ने कहा संगठन के 50 वर्ष पूरे होने के कारण हम इसे स्वर्ण जयंती वर्ष कह रहे हैं। ग्राहकों की समस्याओं को लेकर ग्राहक पंचायत ने जो कार्य किए हैं। उसके अनुसार हम इसे स्वर्ण जयंती वर्ष के स्थान पर स्वर्णिम वर्ष भी कह सकते हैं। कमियों को छोड़ गुणवत्ता के सहारे आगे बढ़ना ही संगठन का कार्य होना चाहिए। ग्राहक पंचायत लोक संगठन है। अतः 75 वर्षों तक हमें अपने कार्य को चार गुना बढ़ाना है। यह कैसे करना है, यह सोचने के लिए ही है अधिवेशन है।

जब तक हम समाज व्यापी नहीं होते, तब तक कार्य का समुचित लाभ संभव नहीं

श्री भागवत ने कहा ग्राहक पंचायत शासन प्रशासन से बातें करते समय अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग भी करती होगी। अंग्रेजी में कंज्यूमर शब्द आता है। इसका मतलब खाना होता है, आवश्यक नहीं व्यक्ति तभी खाये ,जब उसे भूख लगी हो, वह रुचिकर होने पर भूख न लगने पर भी खा सकता है। परंतु ग्राहक शब्द आते ही पूरा भाव बदल जाता है। इसीलिए ग्राहक पंचायत ने ग्राहक शब्द को चुना है। क्योंकि पूरा समाज ग्राहक है। अतः हमारा कार्य क्षेत्र संपूर्ण समाज,जाति है। जब तक हम समाज व्यापी नहीं होते, हमें अपने कार्य का समुचित लाभ नहीं मिलेगा। अगले वर्षों की हमारी चरणबद्ध योजना होनी चाहिए। संपूर्ण समाज में, ग्राहकों के समूह में ग्राहकों का स्वभाव बनाने वालों तक हमें पहुंचना है। ग्राहक पंचायत संगठन का सबसे छोटा कार्यकर्ता जितना मजबूत होगा। उतनी ही ग्राहक पंचायत मजबूत होगी।

हमें प्रगति और प्रकृति दोनों की जरूरत : मंत्री चौबे

केंद्रीय उपभोक्ता कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे संबोधित करते हुए

केंद्रीय उपभोक्ता कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि आज ग्राहक पंचायत के स्वर्ण जयंती वर्ष के उद्घाटन के साथ ही देश में G-20 सम्मेलन का भी उद्घाटन हुआ है। जी-20 में सम्मिलित देश विश्व की अर्थव्यवस्था के 70% का प्रतिनिधित्व करते हैं। जहां अर्थ है, वहां ग्राहक है। इस दृष्टिकोण से ग्राहक पंचायत का कार्य महत्वपूर्ण है। कौटिल्य ने भी कहा था – राजा और प्रजा के बीच पिता पुत्र का संबंध होता है। कुछ दिन चल पहले हमने एनसीआर में ग्राहकों को लाभ देने वाली एक योजना प्रारंभ की है। हमने किसानों से उनका उत्पादन सीधे खरीद कर ग्राहकों तक पहुंचना शुरू किया है। इस योजना में श्रीअन्न को भी सम्मिलित किया गया है। यदि यह प्रयोग सफल हुआ तो सरकार गाड़ियों के द्वारा देश के सभी ग्राहकों के घरों तक किसानों के उत्पादनों को सीधे पहुंचाने का कार्य करेगी। हमें प्रगति तथा प्रकृति दोनों की आवश्यकता है। ग्राहकों को गुणवत्ता युक्त वस्तु मिले, यह विश्वास दिलाने की आवश्यकता है। हमने गहनों में हॉलमार्क अनिवार्य किया है। ताकि ग्राहकों को ठगी से बचाया जा सके। भ्रामक विज्ञापनों के संबंध में भी हमने कार्यवाहियां की है। आगे भी ग्राहक पंचायत के प्रतिनिधियों के साथ सरकार सहभागिता कर ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देने तथा उन्हें शोषण से बचाने के लिए सभी तरह के संभव उपाय को अपनाने का प्रयास करेगी। उद्घाटन सत्र के समापन पर आभार श्री पांडे ने माना

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