सामाजिक सरोकार : रैपिड एक्शन फोर्स का संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च, बलवाइयों और दंगाइयों की होगी सूची तैयार

जिले के सभी थानों में रैपिड एक्शन फोर्स का परिचय अभ्यास

सिविल प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के साथ सामंजस्य बनाकर विपरीत परिस्थितियों में कार्य करने की मंशा

आम जनमासन में प्रशासन एवं पुलिस पर बना रहे विश्वास

हरमुद्दा
रतलाम/पिपलौदा, 23 दिसंबर। रैपिड एक्सन फोर्स के जवानों द्वारा थाना पिपलोदा क्षेत्रों का परिचय अभ्यास किया गया। संवेदनशील इलाको में फ्लैग मार्च किया। इस परिचय अभ्यास का उद्देश्य जिले के सिविल प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के साथ सामंजस्य बनाकर विपरीत परिस्थितियों में कार्य करना है। जिससे आम जनमासन में प्रशासन एवं पुलिस पर विश्वास बना रहे। रैपिड एक्शन फोर्स कानून व्यवस्था के लिए तैनात है।

केन्द्रीय गृहमंत्रालय भारत सरकार के आदेशानुसार रेपिड एक्शन फोर्स डी/107 बटालियन की एक प्लाटून जगदीश प्रसाद बलाई कंमाण्डेंट के निर्देशानुसार पंकज कुमार सिंह सहायक कमाण्डेन्ट के नेतृत्व में 17 से 23 दिसम्बर तक रतलाम जिले के सभी थानों में जाकर परिचय अभ्यास कराया जा रहा है। इस दौरान प्लाटून की नफरी राजपत्रित अधिकारी-.01, अधिनस्थ अधिकारी-09 अन्य सैनिक-32 कुल-42 उपस्थित है।

रैपिड एक्शन फोर्स का गठन 1992 में

रैपिड एक्सन फोर्स के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि फोर्स का गठन 7 अक्टूबर 1992 को किया गया। भारत सरकार द्वारा रैपिड एक्शन फोर्स का गठन करने का उददेश्य दंगा या दंगो जैसी परिस्थितियों से निपटने के लिए किया गया है, जो की कम से कम समय में दंगो वाली जगह पर पहुँच कर परिस्थितियों को देखते हुए परिस्थिति के अनुरूप कार्य करके परिस्थितियों से निपटा जा सके। इस लिए रैपिड एक्शन फोर्स की एक कंम्पनी को प्रत्येक दिन तीव्र प्रतिवाचन के लिए तैनात किया जाता है ताकि किसी भी जिले में किसी प्रकार की आकस्मिक घटना होने पर घटना वाले स्थान पर तुरन्त पहुँचा जा सके। रैपिड एक्सन फोर्स की 15 बटालियन भारत के विभिन्न प्रदेशो में अलग-अलग जिलो में तैनात है। वर्तमान में 107 बटालियन रैपिड एक्शन फोर्स को जिला- रायसेन (मध्यप्रदेश) में कानून व्यवस्था के लिए तैनात किया गया है।

बलवाइयों और दंगाईयों की सूची तैयार

रैपिड एक्शन फोर्स के इस परिचय अभ्यास के आयोजन की जानकारी देते हुए पंकज कुमार सिंह सहायक कमांडेंट ने बताया कि परिचय अभ्यास के दौरान रतलाम जिले की भौगोलिक, सामाजिक, धार्मिक, राजनैतिक इत्यादि जानकारियां एकत्रित करना तथा क्षेत्र की जनसंख्या, साक्षरता दर, असमाजिक तत्वो, सामुदायिक दृष्टि से संवेदनशील/अतिसंवेदनशील ईलाको तथा बलवाइयों/दंगाईयों की सूची तैयार की जाएगी, ताकि भविष्य में किसी प्रकार की कोई घटना या साम्प्रदायिक तनाव एवं दंगा की स्थिति निर्मित होने पर और किस प्रकार से उस पर नियंत्रण किया जाए आदि सभी का गहन अध्ययन किया जाएगा।

नियंत्रण के लिए तत्काल पहुंचना उद्देश्य

द्रुत कार्य बल (RAF) के कार्य करने के प्राथमिक तथा द्वितीय टास्क होते है।107 बटालियन का प्राथमिक टास्क में मध्यप्रदेश के सभी जिले आते है और यह बल केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल का एक अभिन्न अंग है। जिसका नाम रैपिड एक्शन फोर्स के नाम से प्रसिद्ध हैं,107 बटालियन के प्लाटून के सदस्यों द्वारा राजनैतिक दलों समाजसेवी संगठनो व जीवन रक्षक संस्थानो की भी जानकारी प्राप्त की जाएगी।107 बटालियन द्वारा सभी क्षेत्रो का मानचित्र भी बनाया जाएगा। जिसका उद्देश्य अप्रिय स्थिति उत्पन्न होने पर इस पर नियंत्रण के लिए नियत स्थल पर तत्काल पहुँचने में सुविधा हो।

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