खून की कमी से जूझ रहे 1078 एनीमिक बच्चों को जरूरत खून की, नागरिकों से रक्तदान के लिए कलेक्टर की अपील
हरमुद्दा
शाजापुर, 21 जुलाई। जिले में विगत 20 जून से 20 जुलाई तक चले दस्तक अभियान में खून की कमी से जुझ रहे 1078 एनीमिक बच्चों को ब्लड ट्रान्सफ्यूजन (रक्त दिया जाना) कराया जाना है। इसके लिए बड़ी मात्रा में रक्त की आवश्यकता है। जिले के ब्लड बैंक में इतना रक्त उपलब्ध नहीं है। इसे देखते हुए कलेक्टर डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत ने जिले के नागरिकों, समाजसेवी संस्थाओं, मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधियों, शासकीय सेवकों आदि से एनीमिक बच्चों की जीवन रक्षा के लिए रक्तदान करने की विनम्र अपील की है।
जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जीएल सोढ़ी ने बताया कि दस्तक अभियान में मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के द्वारा घर-घर पहुंचकर 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों की कुपोषण के संबंध में जांच की गई थी। जिसके परिणामस्वरूप जिले में कुल 2203 बच्चों में कुपोषण पाया गया। इनमें 1078 बच्चे गंभीर एनीमिया अर्थात खून की कमी से पीड़ित चिह्नित किए गए।
120 कुपोषित बच्चों को किया सुपोषित
लगभग 120 कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती कराकर पोषण दिया जाकर सुपोषित किया गया। इसी तरह गंभीर एनीमिक 120 बच्चों को ब्लड ट्रांसफ्यूजन कराया गया।
800 बच्चे है गंभीर
वर्तमान में लगभग 800 गंभीर एनीमिक बच्चे जिले में शेष है, जिन्हे खून चढ़ाया जाना है। शाजापुर जिले के जिला चिकित्सालय में स्थापित ब्लड बैंक में खून की मात्रा सीमित है तथा दानदाताओं की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
आगे आएं रक्तदाता
कलेक्टर डॉ. रावत द्वारा जिले के दानदाताओं से रक्तदान करने की विनम्र अपील की गई है। दानदाता गंभीर एनीमिक बच्चों के कुशल स्वास्थ्य एवं एनीमिया से मुक्त कराने के लिए आगे आए। रक्त दानदाता जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक में अपना नाम एवं मोबाइल नम्बर तथा रक्त समूह की जानकारी अविलम्ब उपलब्ध कराए ताकि गंभीर एनीमिक बच्चों की रक्त की कमी को दूर किया जा सके।