सामाजिक सरोकार : विधि व्यवसाय में महिला अधिवक्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण
⚫ समाजसेवी अदिति दवेसर ने कहा
⚫ अधिवक्ता परिषद के बैनर तले हुआ महिला अधिवक्ता सम्मान समारोह
हरमुद्दा
रतलाम 15 मार्च। महिलाएं अब अबला नहीं सबला हो गई है। वकालत के व्यवसाय में महिला अधिवक्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। महिलाएं अब मजबूती के साथ अपना पक्ष रखती है। महिलाएं चाहे किसी भी क्षेत्र में कार्य कर रही हो अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब महिलाएं बड़ी संख्या में विधि क्षेत्र में कार्य कर रही है।
यह विचार वरिष्ठ अभिभाषक एवं समाजसेवी अदिति दवेसर ने शुक्रवार को महिला दिवस अंतर्गत अधिवक्ता परिषद द्वारा न्यायालय परिसर में आयोजित सम्मान समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किए। कार्यक्रम में सभी महिला अधिवक्ताओं का पेन देकर सम्मान किया गया। अधिवक्ता परिषद के जिला अध्यक्ष घनश्यामदास बैरागी मंचासीन थे ।
हमारी संस्कृति में हर दिन सम्मान की बात
नोटरी एवं एडवोकेट सुनीता छाजेड़ ने कहा कि हमारी संस्कृति में महिलाओं का सम्मान प्रतिदिन करने की बात कही गई। इस अवसर पर एडवोकेट प्रीति सोलंकी, कल्पना काले चेतना रांका, रूखसाना शेख आदि ने भी विचार व्यक्त किए।
यह थे मौजूद
इस अवसर पर अपर लोक अभियोजक सतीश त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष जितेंद्र मेहता, जिला अभिभाषक संघ कार्यकारिणी सदस्य बालमुकुंद पाटीदार, सौरभ सुराणा सहित अनेक महिला अधिवक्ता उपस्थित थे। संचालन एडवोकेट दीक्षा नागोरे ने किया। आभार जिला महामंत्री वीरेंद्र कुलकर्णी ने माना।