… तो उसने कर दी हत्या : राजू को पसंद नहीं थी पत्नी रामी, न केवल गला दबाया अपितु जहर भी पिलाया
⚫ संदिग्ध परिस्थिति में हुई थी नव विवाहिता रामी की मौत
⚫ शादी के बाद से ही राजू पसंद नहीं करता था रामी को
⚫ दूसरी से करना चाहता था वह विवाह
⚫ इसीलिए वह करता था रामी के साथ झगड़ा और मार पिटाई
हरमुद्दा
रतलाम, 1 मई। शादी करने के बाद से ही राजू को रामी पसंद नहीं थी। इसलिए उसके साथ वह न केवल झगड़ा अपितु मार पिटाई भी करता था। उसकी तमन्ना थी कि वह दूसरी शादी करें। इसी के चलते उसने न केवल पत्नी का गला दबाया बल्कि मुंह दबाकर जहर भी डाल दिया। जिसके चलते उसकी मौत हो गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पीएम रिपोर्ट और अन्य जांच के आधार पर राजू को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने पोपट की तरह अपना जुर्म कबूल कर लिया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 20 अप्रैल 2024 को ग्राम अंबापाडा थाना सरवन अंतर्गत नवविवाहिता युवती रामी पति राजू डोडियार जाति भील उम्र 25 साल निवासी ग्राम आम्बापाड़ा की संदिग्ध परिस्थिति में मृत्यु हुई थी। सूचना पर थाना सरवन पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर पंचनामा बनाकर थाना सरवन पर मर्ग क्रं. 17/2024 धारा 174 जाफौ का दर्ज कर जांच प्रारंभ की गई।
किया टीम का गठन
पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा एवं एसडीओपी सैलाना नीलम बघेल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सरवन के नेतृत्व में टीम गठित की।
परिजनों के लिए गए कथन
विवेचना के दौरान मृतिका के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। शव का प्रारंभिक निरीक्षण करने पर मृतिका के गर्दन व कोहनी पर चोट के निशान पाए जाने से संदिग्ध परिस्थिति में मृत्यु होना पाया गया। पुलिस द्वारा मृतिका के परिजनों के कथन लिए गए जिसमे यह तथ्य सामने कि राजू अपनी पत्नी रामी को कम पसन्द करता था तथा वह दूसरी शादी करना चाहता था। इसी बात को लेकर आए दिन वह अपनी पत्नी के साथ लड़ाई झगड़ा और कर मारपीट करता था।
पीएम रिपोर्ट में भी हुआ खुलासा
शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से बताया गया कि रामी की मृत्यु गला दबाने से दम घुटने के कारण हुई। इसके साथ ही शरीर में जहर के अवशेष पाए गए। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट, परिजनों के कथन और घटना स्थल के निरीक्षण से प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर मृतिका के पति राजू पिता देवा डोडियार जाति भील उम्र 26 साल निवासी ग्राम आम्बापाड़ा को गिरफ्तार किया गया। राजू से पूछताछ की गई। उसने अपराध स्वीकार किया।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
हत्या की गुत्थी सुलझाने और आरोपी को गिरफ्तार करने में सुलझाने उप निरीक्षक जीएल भूरिया, सहायक उप निरीक्षक सोबान सिंगाड़, प्रधान आरक्षक भावना वर्मा, आरक्षक पुष्कर धाकड़, अर्जुन मकवाना, विजयसिंह मण्डलोई, सैनिक रणछोड़ लाल की सराहनीय भूमिका रही है।