उत्सव का उल्लास : हर्षोल्लास के साथ मनाया गया स्वतंत्रता दिवस, कैबिनेट मंत्री के शहर में कलेक्टर ने किया ध्वजारोहण

सरकारी अधिकारी कर्मचारी को निर्णायक बनाने पर फिर उठी उंगलियां

निर्णायक बनने का शोक, मगर कुर्सी छोड़ने का नहीं

काफी दूर से बैठे-बैठे ही आधा देखा, आधा नहीं, और हो गया निर्णय

अच्छे परिणाम के लिए मीडियाकर्मी गए सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के पास

हरमुद्दा
रतलाम 15 अगस्त। स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास एवं गरिमा के साथ मनाया गया। जिले में तिरंगा झंडा फहराया गया। मुख्य समारोह रतलाम में स्थानीय पुलिस लाइन मैदान पर आयोजित हुआ। कैबिनेट मंत्री के शहर में हुए मुख्य समारोह में मुख्य अतिथि कलेक्टर राजेश बाथम ने ध्वजारोहण किया, परेड की सलामी ली। सरकारी अधिकारी और कर्मचारी को निर्णायक बनाने पर एक बार फिर उंगलियां उठी।

ध्वजारोहण के पश्चात सलामी देते हुए

मुख्य समारोह में मुख्य अतिथि कलेक्टर बाथम ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के संदेश का वाचन किया। राष्ट्रगान हुआ।  परेड आयोजित की गई। आकर्षक मार्च पास्ट हुआ। मुख्य अतिथि कलेक्टर बाथम ने खुली जीप में सवार होकर परेड का निरीक्षण किया। पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा उनके साथ थे। मुख्य अतिथि में परेड कमांडरों से परिचय प्राप्त किया। परेड का नेतृत्व सूबेदार मोनिका सिंह चौहान ने किया। सेकंड कमांडर सूबेदार कैलाश बघेल थे। इस अवसर पर हर्ष फायर हुआ। हर्ष और समृद्धि के प्रतीक रंगीन गुब्बारे उड़ाए गए। मुख्य अतिथि ने कार्यक्रम में लोकतंत्र सेनानियों का शाल श्रीफल से सम्मान किया। स्कूली बच्चों द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।

सांस्कृतिक प्रस्तुति देते हुए विद्यार्थी

कुर्सी भक्त निर्णायक, कुछ देखा, कुछ नहीं, और हो गया निर्णय

परेड से लेकर सांस्कृतिक आयोजन की प्रस्तुतियां हुई। इसके लिए हर बार की तरह इस बार भी सरकारी अधिकारी और कर्मचारी को निर्णय की बागडोर सौंप दी गई। इतना ही नहीं निर्णायक कुर्सी के इतने भक्त निकले कि वह निर्णय देने के लिए कुर्सी छोड़ने को भी तैयार नहीं हुए। काफी दूर से ही आधा देखा, आधा नहीं देखा और निर्णय दे दिया। सांस्कृतिक आयोजन के तहत प्रस्तुत मॉडल की बारीकियां को वह देख नहीं पाए जबकि मीडियाकर्मी श्रेष्ठ परिणाम के लिए दौड़ते भागते रहे और निर्णायक थे कि कुर्सी से चिपके रहे। इतना ही नहीं, मीडियाकर्मी को परेशान करते रहे कि इधर हटो उधर हटो। मीडियाकर्मियों के कार्य में व्यवधान डालते रहे।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रथम पुरस्कार गुरु तेग बहादुर स्कूल को दिया गया। द्वितीय पुरस्कार सीएम राइस स्कूल तथा तृतीय पुरस्कार जेथ पब्लिक स्कूल की प्रस्तुति को दिया गया। सांत्वना पुरस्कार श्री साई इंटरनेशनल स्कूल की प्रस्तुति को मिला। परेड के लिए प्रथम पुरस्कार विशेष सुरक्षा बल को दिया गया, द्वितीय पुरस्कार होमगार्ड तथा तृतीय पुरस्कार महिला प्लाटून को दिया गया। सांत्वना पुरस्कार पुलिस बैंड को मिला। सरकारी अधिकारी कर्मचारी को निर्णायक बनाने पर एक बार फिर उंगलियां भी उठाई गई। वजह यही थी कि वह निर्णय करने में पक्षपात करते हैं।

यह थे मौजूद

कार्यक्रम में लोकतंत्र सेनानी, महापौर प्रहलाद पटेल, पुलिस उप महा निरीक्षक मनोज कुमार सिंह, सीईओ जिला पंचायत श्रृंगार श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर आर एस मंडलोई, डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, एसडीएम अनिल भाना, नागरिक, स्कूली बच्चे आदि उपस्थित थे। जिले में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों कर्मचारियों को मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया।

संचालन करते हुए डॉक्टर पूर्णिमा शर्मा और कैलाश व्यास

संचालन पूर्व उप संचालक अभियोजन कैलाश व्यास तथा डॉ. पूर्णिमा शर्मा द्वारा किया गया।

विद्यार्थियों के साथ हुआ मध्याह्न भोजन

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जिले के स्कूलों में विशेष मध्याह्न भोजन का आयोजन किया गया। कलेक्टर राजेश बाथम ने सेजावता हाई स्कूल में जाकर बच्चों की बीच भोजन किया। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी केसी शर्मा, बीआरसी विवेक नागर, शिक्षा विभाग के जितेंद्र जोशी आदि उपस्थित थे।

गंभीरता से करें अध्ययन, करियर की दिशा में बढ़े आगे

स्कूली विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि खूब पढ़ो खूब आगे बढ़ो अपने परिवार का नाम रोशन करो खेलकूद के साथ-साथ पढ़ाई गंभीरता से करें। शासन द्वारा बच्चों को स्कूलों में पढ़ाई के लिए समस्त बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। बेहतर शिक्षक से लेकर साइकिल, पाठ्य पुस्तकें, अच्छे स्कूल भवन, छात्रवृत्ति आदि की सुविधा विद्यार्थियों के लिए शासन द्वारा दी जा रही है। बच्चे गंभीरता के साथ अध्ययन करें अच्छे करियर की दिशा में आगे बढ़े साथ ही संस्कारी भी रहे।

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