शुचिता, सभ्यता, विश्वसनीयता और विनम्रता की प्रतिमूर्ति सुषमा स्वराज के अंतिम संस्कार रस्म बेटी बांसुरी ने की पूरी
दिल्ली, 7 अगस्त। भारत की शुचिता, सभ्यता, विश्वसनीयता और विनम्रता की प्रतिमूर्ति सुषमा स्वराज का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार की रस्म बेटी बांसुरी स्वराज ने पूरी की। इस दौरान उनके साथ सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल भी मौजूद थे।उनके पार्थिव शरीर को बुधवार दोपहर 12 बजे से भाजपा मुख्यालय में रखा गया, जहां पार्टी के नेता एवं कार्यकर्ता उनके अंतिम दर्शन किए। भाजपा मुख्यालय पर भी भीड़ थी। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर अपराह्न तीन बजे लोदी रोड स्थित विद्युत शवदाह गृह ले जाया गया, जहां उनका पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
दी श्रद्धांजलि
पंचतत्व में विलीन होने से पहले सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देने वालों की बड़ी भीड़ नजर आई। भाजपा के अलावा विपक्षी पार्टियों के नेताओं की लंबी कतारें थीं। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने भी सुषमा स्वराज को अंतिम श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा लालकृष्ण आडवाणी, मनीष सिसौदिया, शरद यादव, अशोक गहलोत, बिप्लब देव, अरविंद केजरीवाल समेत कई बड़े नेताओं ने सुषमा स्वराज को अंतिम श्रद्धांजलि दी।
निधन के बाद घर ले गए थे उन्हें
ज्ञातव्य है कि सुषमा स्वराज का मंगलवार रात यहां दिल का दौरा पड़ने से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया था। वहां से उनका पार्थिव शरीर रात में ही उनके आवास पर लाकर लोगों के दर्शनार्थ रखा गया है। कई केन्द्रीय मंत्री, भाजपा के नेता तथा कार्यकर्ता और कई अन्य लोग रात में ही उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे गए थे। बड़ी संख्या में उनके प्रशंसक और समर्थक सुबह से ही अपनी प्रिय नेता को श्रद्धांजलि देने पहुंच थे।