जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के भाई-बहन अनेक अधिकारों से वंचित थे, अब वह बाधा सबके प्रयासों से हो गई दूर: प्रधानमंत्री
दिल्ली, 8 अगस्त। गुरुवार रात राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी ने कहा कि 370 और 35ए ने जम्मू-कश्मीर को अलगाववाद, आतंकवाद, परिवार, भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं दिया। इन दोनों अनुच्छेद का देश के खिलाफ कुछ लोगों की भावनाएं भड़काने के लिए पाकिस्तान द्वारा एक शस्त्र के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था। एक राष्ट्र, एक परिवार के तौर पर हमने पूरे देश ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। एक ऐसी व्यवस्था जिसकी वजह से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के भाई-बहन अनेक अधिकारों से वंचित थे। जो उनके विकास में बड़ी बाधा थी, वो हम सबके प्रयासों से अब दूर हो गई है।
करोड़ों देशभक्तों का था, वो सपना अब हुआ पूरा
प्रधानमंत्री ने कहा जो सपना पटेल, अंबेडकर,
श्यामाप्रसाद मुखर्जी, अटलजी और करोड़ों देशभक्तों का था, वो सपना अब पूरा हुआ है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में एक नए युग की शुरुआत हुई है। देश में सभी नागरिकों के हक और दायित्व समान हैं। मैं कश्मीर, लद्दाख के लोगों और हर देशवासी को हृदय से बधाई देता हूं।
और वे रह जाते वंचित
प्रधानमंत्री ने कहा- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का विकास उस गति से नहीं हो पाया जिसका वह हकदार था। व्यवस्था की यह कमी दूर होने से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों का वर्तमान तो सुधरेगा ही, उनका भविष्य भी सुधरेगा। सरकार देश की भलाई के लिए काम करती है। कोई भी दल हो या कोई भी गठबंधन, ये काम हमेशा चलता रहता है। कोई कल्पना नहीं कर सकता कि संसद इतनी बड़ी संख्या में कानून बनाए और वो कानून देश के हिस्से में लागू ही ना हो। यहां तक कि पहले की जो सरकारें एक कानून बनाकर वाहवाही लूटती थीं, वे भी यह दावा नहीं कर पाती थीं कि उनका बनाया कानून जम्मू-कश्मीर में भी लागू होगा। जो कानून देश की पूरी आबादी के लिए बनता था, उसके लाभ से जम्मू-कश्मीर के डेढ़ करोड़ से ज्यादा लोग वंचित रह जाते थे।
सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी
प्रधानमंत्री ने कहा कि आर्टिकल 370 खत्म होने के बाद उसके नकारात्मक परिणामों से भी जम्मू-कश्मीर जल्द बाहर निकलेगा। नई सरकार में यह प्राथमिकता रहेगी कि कर्मचारियों को सभी सुविधाएं मिलें, जो केंद्र शासित प्रदेशों में मिलती हैं। हेल्थ स्कीम, रेंट अलाउंस, बच्चों की शिक्षा के लिए अलाउंस यह सब मिले। यह अभी तक कश्मीर के कर्मचारियों को नहीं मिलती हैं। ऐसी सुविधाओं का तत्काल रिव्यू कराकर पुलिस और कर्मचारियों और उनके परिजनों को ये सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। जल्दी ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में सभी केंद्रीय और राज्य के रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। स्थानीय नौजवानों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों को भी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
नई व्यवस्था में काम करने का मौका मिलेगा तो वे कर देंगे कमाल
प्रधानमंत्री ने कहा- ये मेरा अनुभव है कि 4-5 महीने पहले जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के पंचायत चुनाव में जो लोग चुनकर आए, वे बहुत बेहतरीन काम कर रहे हैं। वे अभिनंदन के अधिकारी हैं। कुछ महीने पहले जब मैं श्रीनगर गया था, तब मेरी उनसे लंबी मुलाकात हुई थी। जब वे दिल्ली आए, तब भी मैंने पंचायत के इन साथियों से लंबी बात की। इनकी वजह से जम्मू-कश्मीर में बीते दिनों ग्रामीण स्तर पर बहुत तेजी के काम हुआ। बिजली, ओपन डेफिकेशन फ्री व्यवस्था हो, इसमें पंचायत के प्रतिनिधियों की बड़ी भूमिका है। महिला पंचों ने तो कमाल कर दिया है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद जब इन पंचायत सदस्यों को नई व्यवस्था में काम करने का मौका मिलेगा तो वे कमाल कर देंगे।
फिल्मों की शूटिंग करने आएंगे दुनियाभर के लोग
प्रधानमंत्री ने कहा वातावरण और शासन-प्रशासन में बदलाव किए जा रहे हैं। लेकिन, इसमें मुझे हर हिंदुस्तानी कासाथ चाहिए। एक जमाना था कि जब फिल्मों की शूटिंग के लिए कश्मीर पसंदीदा जगह थी। उस दौरान शायद ही कोई फिल्म बनती हो, जिसकी कश्मीर में शूटिंग ना हो। अब स्थितियां सामान्य होंगी तो दुनियाभर के लोग फिल्मों की शूटिंग करने आएंगे। हर फिल्म रोजगार के लिए अवसर लेकर आएगी। मैं हिंदी, तमिल, तेलुगु और इससे जुड़े हर आदमी से कहूंगा कि जम्मू-कश्मीर को प्राथमिकता दे।
पौधे और हर्बल प्रोडक्ट जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बिखरे पड़े
प्रधानमंत्री ने कहा- लद्दाख में सोलू नाम का पौधा पाया जाता है। जानकारों का कहना है कि हाई एल्टीट्यूड पर रहने वालों के लिए संजीवनी का काम करता है। ऐसी अद्भुत चीज दुनियाभर में बिकनी चाहिए कि नहीं। कौन हिंदुस्तानी नहीं चाहेगा। मैंने एक ही नाम लिया है। ऐसे अनगिनत पौधे और हर्बल प्रोडक्ट जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बिखरे पड़े हैं। इसका लाभ वहां के लोगों और किसानों को मिलेगा। मैं देश के उद्यमियों, एक्सपोर्ट, फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र से जुड़े लोगों से आग्रह करूंगा कि कश्मीर के प्रोडक्ट को दुनिया में पहुंचाने के लिए आगे आएं।
कुछ मुट्ठीभर लोग जो हालात बिगाड़ना चाहते
प्रधानमंत्री ने कहा-मैं हर देशवासी को यह भी कहना चाहता हूं कि कश्मीर और लद्दाख के लोगों की चिंता सबकी चिंता है। यह 130 करोड़ नागरिकों की चिंता है। उनके सुख-दुख उनकी तकलीफ से हम अलग नहीं है, अलग नहीं हो सकते। 370 से मुक्ति एक सच्चाई है। लेकिन, सच्चाई ये भी है कि इस समय ऐहतियात के तौर पर कुछ कदम उठाने की जरूरत थी। उनके कारण जो भी परेशानी हो रही है, उसका मुकाबला भी वहीं के लोग कर रहे हैं, वे भी सहयोग दे रहे हैं। कुछ मुट्ठीभर लोग जो हालात बिगाड़ना चाहते हैं, उन्हें धैर्यपूर्वक जवाब भी वहीं के भाई-बहन दे रहे हैं।
नए जम्मू-कश्मीर और नए लद्दाख का निर्माण करें हम सब मिलकर
प्रधानमंत्री ने कहा-आतंकियों से लड़ते हुए अफसर शहीद हुए, नागरिक मारे गए, देश के अन्य हिस्सों से हजारों लोगों की जान गई। इन सभी का सपना रहा है शांत, सुरक्षित, समृद्ध जम्मू-कश्मीर बनाने का। उनके सपनों को हमें मिलकर पूरा करना है। ये फैसला जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के साथ ही पूरे भारत की आर्थिक प्रगति में सहयोग करेगा। जब दुनिया के इस अहम भूभाग में शांति और खुशहाली आएगी तो स्वाभाविक रूप से विश्व शांति के प्रयासों को भी मजबूती मिलेगी।आइए हम मिलकर दिखा दें कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों का सामर्थ्य, जज्बा और हौसला कितना ज्यादा है। हम मिलकर नए जम्मू-कश्मीर और नए लद्दाख का निर्माण करें।