मंत्री कराड़ा बने शाजापुर के भगीरथ: नर्मदा के जल से तर होगा रीति चीलर का कंठ, अगले साल घर-घर पहुंचेगा नर्मदा का पानी
नईम कुरैशी
शाजापुर, 24 अगस्त। ज़िले में जल संकट अब जल्द समाप्त होने को है। मां नर्मदा के जल से यहां की एक मात्र रीति चीलर नदी और उस पर बने बांध का कंठ तर होगा। तक़रीबन ढाई लाख की आबादी की प्यास इससे बुझेगी। फ़सलों में सिंचाई के साथ शहरों में पेयजलापूर्ति की गंभीर समस्या का निदान नर्मदा के पानी से होने जा रहा है।
प्रदेश में सरकार बदलने और शाजापुर विधायक हुकुम सिंह कराड़ा के जल संसाधन मंत्री बनने के बाद कृषि प्रधान ज़िले के लोगों को उनसे काफ़ी उम्मीदें थीं और लगता है श्री कराड़ा नर्मदा मैया का पानी लाकर यहां के भगीरथ होने वाले हैं।
परियोजना के अ गए 100 करोड़
नर्मदा जल परियोजना पर काम शुरू होने के साथ बक़ायदा सौ करोड़ की राशि अलग से डिपॉज़िट की जा चुकी है। ताकि किन्ही भी परिस्थितियों में परियोजना पूर्ण होने में अड़चन न आए। टेंडर खुलने के कुछ दिन के भीतर ही खंडवा के समीप निर्माण कार्य शुरू भी हो गया है, जिसकी मॉनिटरिंग ख़ुद मंत्री कराड़ा कर रहे हैं, ताकि अगले वर्ष 2020-21 में प्रथम चरण का कार्य पूरा होकर शाजापुर और मक्सी में पेयजल प्रदाय शुरू किया जा सके।
प्रदेश की सबसे लंबी परियोजना
नर्मदा नदी से लिफ़्ट कर पानी पहुंचाने की ये प्रदेश की सबसे लंबी परियोजना है। क़रीब हज़ार करोड़ की पेयजल योजना से प्रथम चरण में शाजापुर और मक्सी के बाद द्वितीय चरण में शुजालपुर के लोगों को भी नर्मदा के पानी की सौगात मिल जाएगी। लगभग ड़ेढ़ सौ किलो मीटर की दूरी तय कर नर्मदा नदी का पानी पाईप लाईन के माध्यम से शाजापुर पहुंचेगा। अलग-अलग जगहों पर स्टोरेज के साथ लिफ़्ट कर पानी यहां पहुंचाया जाएगा।
जल संकट से उबारने की दिशा में बड़ा काम
शुजालपुर को द्वितीय चरण में शामिल करने का प्रस्ताव ज़िला कांग्रेस अध्यक्ष योगेंद्र सिंह बंटी बना ने मंत्री श्री कराड़ा को दिया था, जिसे स्वीकृत कर उन्होंने इस क्षेत्र को जल संकट से उबारने की दिशा में बड़ा काम किया है।
उनतीस गांव में होगी सिंचाई भी
शाजापुर नर्मदा पेयजल परियोजना का लाभ शहरी इलाकों को ही नहीं अपितु शाजापुर विधानसभा के उनतीस गांव के किसानों को भी होने जा रहा है। यहां की लगभग पांच सौ हैक्टर में नर्मदा जल से सिंचाई होगी और ये परियोजना किसानों के आत्मनिर्भर होने में सहायक रहेगी।
हर घर नल कनेक्शन
शहरों के लिए नर्मदा पेयजल परियोजना वरदान से कम नहीं होने जा रही है। लोगों को जल संकट से निजात मिलेगी और निकाय को कर के रूप में राशि। जल संसाधन मंत्री श्री कराड़ा के मुताबिक़ नगर पालिका और नगर पंचायत क्षेत्र के प्रत्येक घर में नल कनेक्शन अनिवार्य रूप से दिया जाएगा। सार्वजनिक नल लगाने का प्रावधान इसमें नहीं रखा है।
मोमन बड़ोदिया और सारंगपुर में कुंडालिया बांध से पेयजल
ज़िले को जल संकट मुक्त करने की दिशा में मोमन बड़ोदिया के साथ समीप ज़िले राजगढ़ के सारंगपुर को भी जल संसाधन मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा ने सौगात दी है। राजगढ़ ज़िले के कुंडालिया बांध से मोमन बड़ोदिया तक 12 करोड़ 50 लाख की लागत से लिफ़्ट कर पानी लाया जा रहा है। क़रीब इतनी ही लागत से समीप नगर पंचायत सारंगपुर में भी कुंडालिया बांध से पेयजल आपूर्ति का कार्य प्रारम्भ हो चुका है। कुंडालिया से बड़ोदिया के मध्य तक़रीबन दर्जन भर गांव में भी सिंचाई के लिए किसानों को पानी देने का प्रावधान किया गया है।
कराड़ा बनेंगे शाजापुर के भगीरथ
भगीरथ का नाम हमारे देश के इतिहास के शिखर पुरुषों में इसलिए दर्ज है कि वे गंगा को इस धरती पर लाए थे। इस काम के लिए, यानी गंगा इस धरा पर आए, इसमें सफलता पाने के लिए भगीरथ ने सारा जीवन खपा दिया और इस हद तक खपा दिया कि सफलता मिल जाने के बाद उनके नाम के साथ दो चीजें हमेशा के लिए जुड़ गई हैं। एक, गंगा को उनके नाम पर भागीरथी नाम मिल गया। दो, दुनिया में हर उस प्रयास को, उस प्रयत्न को, उस कोशिश को भगीरथ प्रयास या भगीरथ प्रत्यन कहा जाने लग गया। मां नर्मदा का पवित्र जल शाजापुर लाकर जल संसाधन मंत्री श्री कराड़ा भी शायद आने वाले समय में शाजापुर के भगीरथ कहलाएंगे।
इनका कहना
हमारा लक्ष्य मप्र को जल संकट मुक्त करना है। शाजापुर और मक्सी में मां नर्मदा का पानी अगले वर्ष तक पहुंच जाएगा। जबकि मोमन बड़ोदिया और सारंगपुर में भी कुंडालिया बांध से पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए काम शुरू हो चुका है।
▪ हुकुम सिंह कराड़ा, मंत्री, जल संसाधन मप्र