रतलाम-बाजना रोड का शेष कार्य शीघ्र ही होगा पूरा: कलेक्टर
हरमुद्दा
रतलाम, 4 सितंबर। रतलाम से बाजना-कुशलगढ़ मार्ग का बचा हुआ कार्य शीघ्र पूरा किया जाएगा। रतलाम से आगे 4 किलोमीटर के कुछ हिस्सों में कार्य अभी अपूर्ण है। इसके अलावा शिवगढ़ के आगे भी कुछ अपूर्ण टुकड़ों को पूरा किया जाना है, इसे लेकर कलेक्टर रुचिका चौहान द्वारा एक महत्वपूर्ण बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की गई।
मौजूद जिला मंडलाधिकारी एस.के. गुप्ता तथा लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री दीपक गुप्ता को कलेक्टर द्वारा ताकीद की गई कि वे कार्य में सक्रियता रखते हुए मौका निरीक्षण करें। आवश्यक विभागीय कार्रवाई करते हुए सड़क निर्माण काम पूरा करवाएं।
यह थे मौजूद
बैठक में सेतु निर्माण विभाग के उज्जैन से आए कार्यपालन यंत्री एसके अग्रवाल तथा रेलवे इंजीनियर नरेंद्र मीणा भी उपस्थित थे। बैठक में विद्युत वितरण कंपनी के कार्यपालन यंत्री भी मौजूद थे।
पेड़ों को हटाने तथा विद्युत खंभों की शिफ्टिंग का कार्य बाकी
बैठक में कलेक्टर द्वारा लोक निर्माण विभाग से रोड के अपूर्ण हिस्सों के संबंध में जानकारी ली गई। बताया गया कि रतलाम के आरंभ में लगभग 4 किलोमीटर के कुछ हिस्से में बचे हुए कार्य को पूर्ण करना है। यहां पर पेड़ों को हटाने तथा विद्युत खंभों की शिफ्टिंग का कार्य बाकी है। लोक निर्माण विभाग ने बताया कि पेड़ों को हटाने के लिए नगर निगम में शुल्क जमा करके आवेदित कर दिया गया है। शिवगढ़ के आगे के हिस्से में कार्य के लिए अंतिम रूप से विभागीय अनुमति लेना है। कलेक्टर ने डीएफओ तथा ईई पीडब्ल्यूडी को संयुक्त रूप से संबंधित स्थल का निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
संयुक्त रूप से करेंगे मौके का निरीक्षण
बैठक में बाजना रोड पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज निर्माण पर भी चर्चा की गई। रेलवे इंजीनियर द्वारा बताया गया कि आगामी 15 दिनों में उनके द्वारा ड्राफ्ट तैयार कर दिया जाएगा। इस संबंध में सेतु निर्माण विभाग के इंजीनियर तथा रेलवे इंजीनियर द्वारा संयुक्त रूप से मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया जाएगा, इसके बाद रेलवे द्वारा ड्राफ्ट तैयार होगा। रेलवे द्वारा बनाए जाने वाले स्टीमेट के आधार पर कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
योजनाबद्ध ढंग से पूरा करें काम
इस रोड के बचे हुए हिस्से को पूर्ण करने के लिए कलेक्टर द्वारा लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया गया कि वह अपने सीनियर इंजीनियर से मार्गदर्शन लेकर बचे हुए कार्य का पुनः आकलन करें, रिव्यू स्टीमेट पश्चात् योजनाबद्ध ढंग से काम पूरा करें। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि पूर्व में बनाई गई डीपीआर के आधार पर विद्युत खंभों को शिफ्ट किया जाना चाहिए।