व्यक्ति के जीवन निर्माण में सबसे बड़ी भूमिका होती है शिक्षक की : कलेक्टर
हरमुद्दा
रतलाम, 5 सितंबर। व्यक्ति के जीवन निर्माण में सबसे बड़ी भूमिका शिक्षक की होती है। शिक्षक जैसा बनाता है शिष्य वैसा ही बनता है। जिले में शिक्षकों द्वारा उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा है, उनकी मेहनत की वजह से उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम आए हैं।
यह विचार कलेक्टर रुचिका चौहान ने गुरुवार को आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में व्यक्त किए। शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षक सांस्कृतिक संगठन, शिक्षा विभाग तथा रतलाम लायंस द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित कार्यक्रम में जिले के विभिन्न शिक्षकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सुश्री प्रेमलता दवे, सुश्री कल्पना राजपुरोहित आदि ने भी संबोधित किया।
यह थे मौजूद
इस अवसर पर संगठन के दिनेश शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी अमर वरधानी, डीपीसी आरके त्रिपाठी सहित शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद थे।
यह हुए सम्मानित
कार्यक्रम में जिन शिक्षकों को सम्मानित किया गया उनमें विनीता पटेल, रमेशचंद्र उपाध्याय, अनामिका सारस्वत, भावना पुरोहित, दयाशंकर पालीवाल, ममता अग्रवाल, वीरेंद्र कैथवास, अशोक व्यास, महेंद्र पाठक, प्रेमशंकर नागर, सुरेशचंद शर्मा, सेवानिवृत्त शिक्षकों में सुरेशचंद चंदेल, मीना शर्मा, सोहनलाल पाटीदार, बद्रीलाल नागदिया, मनीराम पाल, श्याम सुंदर भाटी, विजयलक्ष्मी गायकवाड, रामलालजी, ओम अग्रवाल, मनोहर प्रजापति, नानालाल गहलोत, पुष्पा सक्सेना, सरोज शर्मा, आशा चौहान, लक्ष्मी पाटीदार, कैलाशचंद्र शास्त्री, देवीलाल, बद्रीलाल ओस्तवाल, बालूसिंह सिसोदिया, कैलाश कुमावत, ओम राजावत, मीनाक्षी पुरोहित, प्रहलाद कटारिया, नंदलाल पंवार, दिनेश शर्मा, ओम बामणिया, सुरेंद्र मेहता, मोहनसिंह सोलंकी, फकीर मोहम्मद, पुष्पा उपाध्याय, रमेश व्यास, जगदीश माली, शंभूसिंह भाटी, अशफाक हुसैन मंसूरी, नानूराम मालवीय, कालूराम मालवीय, प्रभावती शर्मा, शांता चौधरी, लक्ष्मण चौहान, के.सी. चंद्रावत, सत्यनारायण सिसोदिया, सीताराम शर्मा आदि शामिल है।