मालवा के मुरलीधर 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲 🔲 राजशेखर व्यास मुरलीधर चाँदनीवाला इस युग के ऋषि कवि हैं। आत्म-प्रसिद्धि और आत्म-प्रचार से दूर नि:स्पृह...
विदेश
भला कचरा 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲 🔲 आशीष दशोत्तर सुबह के पौने छह बजे होंगे। प्रातःकालीन भ्रमण जारी था। कुत्ते जोर-जोर से चिल्ला...
परिचय पलाश का (पलाश-1) 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲 फरवरी जब अप्रैल को सिमटता। पलाश सुमन फूल के कुप्पा होता।। पसरा समीप यदि कोई...
चीन पर करो प्रहार, भारत की हो जीत, चीन की हो हार 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲 🔲 प्रो. अज़हर हाशमी वैश्विक महामारी कोरोना...
वह सुशांत सिंह नहीं 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲 🔲 आशीष दशोत्तर "एक अच्छा कलाकार चला गया।" यह शब्द सुनकर उस तरफ देखा तो...
कशमकश 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲 🔲 आशीष दशोत्तर उसके सर पर एक टोकरा था। उस टोकरे में लगभग 15 किलो वजन का एक...
🔲 सेना को कम करने के बावजूद हिंसक घटना 🔲 गलवा घाटी में पिछले 5 हफ्तों से काफी तनाव 🔲...
फटी चादर 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲 🔲 आशीष दशोत्तर शहर अनलॉक होने के बाद उसकी दुकान के सामने से पहली बार गुज़रना हुआ।...
🔲 क़लम को स्वाभिमान की तरह धारण करने वाले मेरे गज़लकार बाबूजी हुए दुनिया से विदा 🔲 जितेंद्र राज साहित्य...