ज़िन्दगी अब- 3 : अंधेरे ही अंधेरे हैं 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲 🔲 आशीष दशोत्तर वह पिछले एक माह से लगातार यह चाह रहा था...
राजस्थान
भारती वर्मा की चुनिंदा कविताएं 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲 बूढ़ी मां माँ तो बूढ़ी होती है जिम्मेदारी के बोझ से अपने बच्चों की...
जिंदगी अब -2 : बिखरी लय, टूटी ताल 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲 🔲 आशीष दशोत्तर वह ढोलक बजाता है यानी ढोल वादन में पारंगत...
जिंदगी अब -1 : उसकी ख़ामोशी, उसके दर्द 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲 🔲 आशीष दशोत्तर पैंसठ दिनों के बाद बिरजू अपने पानी पतासे के...
शुक्रिया कोरोना योद्धाओं! ____________________ 🔲 डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला शुक्रिया कोरोना योद्धाओं! शुक्रिया कि तुम लड़े मौत से लड़ने वालों के...
आत्म नियंत्रण 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲 🔲 मंजुला पांडेय अल्हादित हैं ह्रदय तुम्हारे..... पर अति वर्जित आलिंगन तुम्हारे बस कुछ दिन ठहर...
🔲 विशेष खगोलीय घटना : शुक्र एवं बुध संयुग्मन 🔲 24 एवं 25 मई को देख सकेंगे अदभुत दृश्य ...
उम्मीद परिंदे की 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲 🔲 मंजुला पांडेय काल खड़ा है देख सामने लौट रहा है आज परिंदा अपनी नीड़...
तू कहीं भी रहे मैं हूँ तेरा 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲 🔲 डॉ. नीलम कौर तू कहीं भी रहे मैं हूँ तेरा साथ...