डॉ. मुरलीधर चाँदनीवाला ___________________ आग लगी है तुम्हारे भीतर तो ईधन की लकड़ियाँ भी तैयार हैं इधर , तुम उतर...
सरोकार
डॉ. मुरलीधर चाँदनीवाला ____________________ जब कभी हमारे सैनिक शहीद होते हैं , तब देशभक्ति के तराने गूँजने लगते हैं। हम एक...
डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला –-----–--------------------- ऋग्वेद के दस मंडलों में 114 सूक्तों का एक पूरा मंडल सोम के लिये है ,जो...
डॉ. मुरलीधर चाँदनीवाला ___________________ भारतीय चित्रकला के नवरत्नों में रवीन्द्रनाथ , राजा रवि वर्मा और जैमिनी राॅय के साथ शामिल...
डॉ. मुरलीधर चाँदनीवाला ____________________ नदी ! तुम घर से निकलती हुई कितनी अकेली होती हो । संकल्प होता होगा तुम्हारे...
त्रिभुवनेश भारद्वाज आजकल हमारे देश में युवा वर्ग वेलेंटाइन डे के दिन पाश्चात्य संस्कृति का जश्न तो बेसुध हो कर...
पचमढ़ी का प्राकृतिक सौंदर्य ऐसा अनोखा है कि वहाँ पहुँचकर कोई भी पर्यटक मंत्रमुग्ध सा रह जाता है। ग्रीष्मकाल में...
त्रिभुवनेश भारद्वाज ------------------ स्त्री के हाथ पूजा की थाल और समूचे परिवार के लिए शुभ का आह्वान घर...
श्रीजयदेवरचित "गीतगोविन्दम्" से __________________________ डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला _________________ ललितलवंगलतापरिशीलनकोमलमलयसमीरे। मधुकरनिकरकरम्बितकोकिलकूजितकुञ्जकुटीरे।। विहरति हरिरिह सरसवसन्ते। (more…)