साहित्य

जिंदगी का सपना 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲 इस वक्त उनकी आंखों में है केवल अपने गांव का सपना शहर के अपने सपने को...

कोरोना की इस लड़ाई में, हिम्मत हारे ना बैठो   🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲 जीवन में कुछ करना है, तो मन को मारे...

एक मिस कॉल सी हो गई है जिंदगी... 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲   रतलाम की सड़कें सुनी हो गई है जिंदगी से, हर...

निश्छल प्यार देख रहा हूं मैं --- झाड़ू बर्तन का काम निपटा कर सामने के कमरे में फुल स्पीड पंखे...

🔲 इंदु सिन्हा, साहित्यकार, रतलाम 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲   🔲 मास्क, सेनेटाइजर और उनकी चुप्पी लॉक डाउन ,धारा 144, मध्यप्रदेश का एक...

"अनुशासित हो दे रहे हम कोरेना को मात" 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲 देश के नाम फिर मोदी ने की अपने मन की बात.!...

करो वात अब वाता पूछा कोरोना से साता पूछा 🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲 करो वात अब वाता पूछा कोरोना से साता पूछा सब...