धर्म संस्कृति अध्यात्म : हर-हर महादेव के जयकारों के साथ निकली गंगा जल कलश यात्रा, 68 वें महारुद्र यज्ञ के मुख्य अजमान होंगे ललित विजय सोनी
🔲 आद्य शंकराचार्य का किया अभिषेक
🔲 67 वें महारुद्र यज्ञ की पूर्णाहुति होगी गुरुवार को
हरमुद्दा
रतलाम, 13 जनवरी। प्राचीन तीर्थ त्रिवेणी तट पर चल रहे 67 वें महारुद्र यज्ञ के तहत अमावस्या को भव्य गंगाजल कलश यात्रा निकाली गई। इसके साथ ही 68 वें महारुद्र यज्ञ के मुख्य यजमान ललित विजय सोनी के नाम की घोषणा लाटरी पद्धति से हुई।
श्री सनातन धर्मसभा एवं महारुद्र यज्ञ समिति के के बैनर तले पंडित दुर्गाशंकर ओझा के आचार्यत्व में 21 भू देवों द्वारा यज्ञ किया जा रहा है। मुख्य यजमान कुंदन वीणा सोनी द्वारा गंगाजल के मुख्य कलश को उठाया गया।
गंगाजल की पूजन करते हुए मुख्य यजमान दंपत्ति
अन्य महिलाओं ने भी कलश उठाए। ढोल धमाकों के साथ गंगा जल कलश यात्रा त्रिवेणी परिसर में भ्रमण करती हुई आद्य शंकराचार्य के मंदिर पहुंची, जहां पर उनका अभिषेक किया गया। इस दौरान धर्मालुओं ने हर हर महादेव और सनातन धर्म की जय के जयकारे लगाए। महिलाओं ने नृत्य करते हुए धार्मिक भावनाओं को व्यक्त किया। बच्चे बूढ़े जवान हर उम्र के लोगों ने कलश यात्रा में भाग लिया। कलश लेकर अभिषेक किया। महिला मंडल अध्यक्ष राखी व्यास व हंसा व्यास ने आयोजन में शामिल महिलाओं को गंगाजल कलश उठाने के लिए प्रेरित किया। इनके साथ ही मंडल अन्य महिलाएं भी सक्रियता के साथ अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करती नजर आई।
हुई 68 वें महारुद्र यज्ञ के मुख्य यजमान की घोषणा
गंगाजल कलश यात्रा के पश्चात 68 वें महारुद्र यज्ञ के मुख्य यजमान की घोषणा लाटरी पद्धति द्वारा की गई। सैकड़ों धर्मालु की मौजूदगी में यज्ञ आचार्य पंडित ओझा ने जैसे ही 68 वें महारुद्र यज्ञ के मुख्य यजमान की 108 नम्बर की पर्ची की घोषणा की, वैसे ही उनके चेहरे खुशी से खिल उठे। परिजनों ने भगवान के प्रति आभार व्यक्त किया कि उन्हें 68 वें महारुद्र यज्ञ में मुख्य यजमान बनने का धर्मालु ललित विजय सोनी को अवसर प्रदान किया। किसी कारणवश मुख्य यजमान नहीं बैठ पाते हैं तो पापटवाल परिवार की 2 पर्ची 7 और 13 नंबर की निकाली। जिन्होंने मुख्य यजमान बनने की अभिलाषा व्यक्त की थी लेकिन उनकी मुख्य यजमान बनने की मनोकामना पूर्ण नहीं हो सकी। वे उदास नजर आए। कोषाध्यक्ष ब्रजेंद्र नंदन मेहता ने हरमुद्दा को बताया कि लॉटरी के पात्र में शाम 5 बजे तक 126 लोगों के नाम थे। उनमें से मुख्य यजमान के नाम की चीट निकाली गई है। उल्लेखनीय है कि मुख्य यजमान बनने के लिए समिति में 100 रुपए की रसीद कटवाना होती है। मुख्य यजमान बनने में नाम नहीं आने के पश्चात भी यह यह राशि वापस नहीं होती है।
मकर संक्रांति गुरुवार को होगी पूर्णाहुति
67 वें महारुद्र यज्ञ की पूर्णाहुति 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर्व पर दोपहर में होगी। तत्पश्चात महा आरती होगी। प्रसाद वितरण के साथ 67 वें महारुद्र यज्ञ के आयोजन की समाप्ति होगी।
यह थे मौजूद
इस यात्रा में समिति संरक्षक पूर्व विधायक कोमल सिंह राठौर, अध्यक्ष कन्हैयालाल मौर्य, डॉ. राजेन्द्र शर्मा, बंशीलाल शर्मा, गोपाल जवेरी, रामचंद्र शर्मा, हरसहाय शर्मा, गोपाल घुघंरूवाल, नवनीत सोनी, प्रेमजी उपाध्याय, शैलेंद्र डागा, सत्यदीप भट्ट, पूर्व पार्षद अशोक देवड़ा, कपूर सोनी, सत्यनारायण पालीवाल, महेश बाहेती, नरेन्द्र जोशी गुल्लु, पुष्पेन्द्र जोशी, ब्रजेन्द्र नंदन मेहता, बाबुलाल त्रिपाठी, रामचन्द्र पण्डया, चेतन शर्मा, राजा राठौर, नारायण राठौड़, सूरजमल टांक, मनोज शर्मा, ताराबेन सोनी, राखी व्यास, हंसा व्यास, किरण सोनी, राधा पोरवाल, सरोज सोनी सहित बड़ी संख्या में महिलाएं व पुरुष शामिल थे।