First time in MP : चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को सिखाया डेंगू सबक
केंद्रीय परिवार कल्याण विभाग के अधिकारियों ने दिया प्रशिक्षण
शहर के वार्ड में डेंगू केस के परिजनों से की चर्चा, किया निरीक्षण
हरमुद्दा
रतलाम, 28 अगस्त। मध्यप्रदेश के रतलाम में शुक्रवार को पहली बार ऐसा हुआ है कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों
(class IV employees) को डेंगू का खास सबक सीखाकर प्रशिक्षित किया गया। केंद्रीय परिवार कल्याण विभाग (Central Family Welfare Department) के अधिकारियों ने भारत में बढ़ रहे डेंगू के मरीजों के मद्देनजर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को डेंगू के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों और करने वाले कार्यों के बारे में प्रशिक्षण दिया। वही डेंगू केसेस वाले घरों में जाकर निरीक्षण किया।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. प्रमोद प्रजापति ने हरमुद्दा को जानकारी देते हुए बताया कि भारत में हर साल डेंगू के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है और इनमें से कुछ की तो मृत्यु तक हो जाती है। डेंगू के बुखार को हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है। जिले में करीब 180 डेंगू केसेस हैं लेकिन सभी ठीक हो गए हैं और कुछ प्रभावित उपचार ले रहे हैं।
दी डेंगू फ्री रखने रखने की सीख
केंद्रीय परिवार कल्याण विभाग के प्रवीण तिवारी एवं राम पाल ने बिरियाखेड़ी स्थित प्रशिक्षण केंद्र पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को प्रशिक्षण ( Training) दिया। समस्त विभागों के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को लारवा को पहचानने, लारवा को नष्ट करने के उपायों और अपने ऑफिस एवं घरों के परिजनों को साफ स्वच्छ डेंगू फ्री रखने रखने की सीख दी। मलेरिया विभाग के एंटी लारवा टीम को मलेरिया के लारवा सर्वे फॉकिंग (larva survey flocking) एवं छिड़काव कार्य के लिए टेक्निकल गाइडलाइंस एवं प्रशिक्षण दिया। इस दौरान सभी कर्मचारियों को डेंगू से संबंधित जानकारियों की पुस्तक भी दी गई ताकि पढ़कर अमल कर सकें।
इनके घर जाकर किया निरीक्षण, दी समझाइश
केंद्रीय परिवार कल्याण विभाग के अधिकारियों ने रतलाम शहर के वार्डो में पाए गए डेंगू पॉजिटिव केसेस रोगियों के क्षेत्र में जाकर उनसे व्यक्तिगत उनके स्वास्थ्य के बारे में चर्चा की गई। उनके घर में मलेरिया विभाग की टीम के सर्वे की संपूर्ण जानकारी ली गई। उनके कार्यों का क्रॉस चेक का निरीक्षण किया गया।
कभी भी घातक हो सकता है डेंगू का बुखार
डॉक्टर प्रजापति ने बताया कि डेंगू यह बुखार कभी-कभी घातक भी सिद्ध होता है। इसके तीव्र लक्षण कभी-कभी कुछ समय बाद देखे या महसूस किए जाते हैं, हालांकि यदि इनकी समय पर पहचान कर ली जाए। तो इससे बचाव या उपचार करने में मदद भी मिल सकती है। सही पहचान के लिए तुरंत खून की जांच ( blood test) करवा लेना चाहिए। प्रारम्भिक लक्षणों को अनदेखा न करें
सामान्य रूप से देखे जाने वाले डेंगू के लक्षण
🔲 मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
🔲 शरीर पर पड़ने वाले लाल निशान जो थोड़े समय बाद ठीक होने के बाद पुनः वापस भी आ जाते हैं।
🔲 तेज़ बुखार
🔲 बहुत तेज़ सिर दर्द
🔲 आँखों के पीछे दर्द
🔲 उल्टी आना और चक्कर महसूस होना
इनमें से कोई भी लक्षण महसूस करते हैं तब तुरंत सलाह के लिए डॉक्टर के पास जाएँ और आवश्यक इलाज शुरू करवा दें। केवल एक अच्छा डॉक्टर ही डेंगू से बचाव के हेल्दी उपाय के बारे में आपको बता सकता है।
डेंगू से बचाव के उपाय
🔲 स्वच्छता में ही भगवान बसते हैं।
🔲 अपने रहने की जगह और उसके आस पास के इलाकों में सम्पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए।
🔲अपने आसपास की जगहों को साफ करके रखने से आप मच्छरों को सरलता से दूर रख सकते हैं।
🔲 पानी को किसी जगह इकठ्ठा न होने दें।
🔲 किसी जगह पर रुके हुए पानी में मच्छर पनप सकते हैं और इसी से डेंगू भी फैल सकता है।
🔲 जिन बर्तनों का लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं होना हो उनमें रखे हुए पानी को नियमित रूप से बदलते रहें।
🔲 गमलों के पानी को हर हफ्ते बदलते रहें।
🔲 मेन होल, सेप्टिक टैंक, रुकी हुई नालियाँ और कुएं आदि जगहों को नियमित रूप से चेक करते रहें।
🔲 मच्छर मारने वाली मशीन और जाली का उपयोग
🔲 मच्छरों से बचाव के लिए सबसे पहले तो जब भी आप घर से बाहर जाएँ मच्छर से बचाव वाली क्रीम का उपयोग करें और सोने से पहले मच्छरदानी को अच्छी तरह से सेट कर लें।
🔲 यदि आप यहाँ बताए गए किसी भी लक्षण को देखते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और बताए गए उपचार का निर्देशानुसार पालन करें।