देश प्रदेश का पहला संवेदनशील गवाह केंद्र रतलाम में शुरू, गुनाहगार के खिलाफ गवाही देने में नहीं रहेगा गवाह देने वाले को कोई डर
🔲 सुप्रीम कोर्ट ने की थी टिप्पणी गवाहों के मामले में
🔲 शुक्रवार शाम को हाई कोर्ट ने दिया आदेश
हरमुद्दा
रतलाम, 7 मार्च। देश-प्रदेश का पहला संवेदनशील गवाह केंद्र रतलाम में सोमवार से प्रारंभ हो गया। इस केंद्र के शुरू होने से गुनहगारों के खिलाफ गवाही देने वालों को कोई डर नहीं रहेगा। गवाह देने वाले संवेदनशील केंद्र पर आएंगे और गवाही दे देंगे। गुनहगार का आमना सामना गवाह देने वाले से नहीं होगा।
प्रधान न्यायाधीश राजेश कुमार गुप्ता ने सोमवार को संवेदनशील गवाह केंद्र का शुभारंभ किया। इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अरुण श्रीवास्तव, कुटुंब न्यायालय के एस के मिश्रा, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अभय शर्मा मौजूद थे।
बच्चे निडर हो कर दे सकेंगे गवाही
श्री गुप्ता ने बताया कि संवेदनशील गवाह केंद्र पर वे सभी बच्चे निडर होकर गवाही दे सकेंगे, जिनको गुनाह करते उन्होंने देखा है लेकिन उनके समक्ष गवाही देने से डरते हैं। चाहे गुनाहगार उनके माता-पिता हो या और अन्य कोई। गवाह को इस प्रकार की सुविधा देने से गुनाहगार को सजा मिलेगी और न्याय होगा। गवाह का लाइव टेलीकास्ट जज की कोर्ट में होगा। गवाह और जज दोनों एक दूसरे को देख सकेंगे लेकिन गुनाहगार को पता नहीं चलेगा कि कौन गवाही दे रहा है।
रिकॉर्डिंग का प्रावधान नहीं फिलहाल
प्रश्न के उत्तर में हरमुद्दा को श्री गुप्ता ने बताया कि रिकॉर्डिंग का भी प्रावधान नहीं है। लेकिन मांगने पर गवाही की नकल तत्काल उपलब्ध करवा दी जाएगी। श्री गुप्ता ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की विशेष टिप्पणी के बाद शुक्रवार को हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि गवाहों की सुविधा के लिए संवेदनशील गवाह केंद्र शुरू किए जाएं। शनिवार रविवार 2 दिन में तैयारी करते हुए सोमवार को संवेदनशील गवाह केंद्र शुरू कर दिए गए।
यहां पर भी हुआ शुरू संवेदनशील गवाह केंद्र
श्री गुप्ता ने बताया कि रतलाम के साथ ही सैलाना, आलोट और जावरा में भी संवेदनशील गवाह केंद्र की शुरुआत सोमवार से हो चुकी है।