सामाजिक सरोकार : श्रम संगठनों की ताकत आज की आवश्यकता
⚫ वरिष्ठ श्रमिक नेता एच.एन.जोशी ने कहा
⚫ सीबीआर स्मृति विचार गोष्ठी आयोजित
हरमुद्दा
रतलाम, 9 जुलाई। मजदूर कर्मचारियों के संघर्षों में सदैव अग्रिम पंक्ति के अगुआ रहे सी. बी.राठौर (सीबीआर) की आठवीं पुण्यतिथि पर रविवार को विचार गोष्ठी आयोजित की गई। महारानी लक्ष्मीबाई कन्या माध्यमिक विद्यालय कोठारी वास रतलाम पर आयोजित विचार गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ श्रमिक नेता एच.एन.जोशी ने कहा कि श्रम संगठनों की ताकत आज की आवश्यकता है। श्रमिकों के लिए बनाई गई नीतियां श्रमिकों के सामने कई तरह की विपरीत परिस्थितियां पैदा कर रही हैं । श्रमिकों का जीवन खुशहाल हो और उसे उसका हक़ मिले इसके लिए श्रम संगठन सदैव प्रयास करते रहे हैं। वर्तमान विसंगतियों के लिए भी श्रमिक संगठन निरंतर अपने मार्ग पर डटे हुए हैं।
श्रम संगठन हमारी ताकत : चौहान
विचार गोष्ठी में ‘ ट्रेड यूनियन में कामरेड सीबीआर की भूमिका’ विषय पर बोलते हुए प्रो. रतन चौहान ने कहा कि श्रम संगठन हमारी ताकत है। इसी ताकत को हमें पहचानने की आवश्यकता है । जन विरोधी ताकतें श्रम संगठनों को दबाने की कोशिश कर रही है। यही हमें नहीं होने देना है। सीबी राठौर ने भी अपने जीवन काल में श्रम संगठनों की मज़बूती के लिए काम किया उनके कार्य आज भी याद किए जाते हैं।
नए श्रम कानून में कई विसंगतियां : पुरोहित
‘नए श्रम कानून’ विषय पर वरिष्ठ कर्मचारी नेता पोस्टल यूनियन आई. एल. पुरोहित ने कहा कि नए श्रम कानून में कई विसंगतियां है । कर्मचारी हितों की अनदेखी की गई है , जिनके बारे में विस्तार से विमर्श किए जाने की आवश्यकता है।
नई पेंशन योजना कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ : लवानिया
‘नई पेंशन योजना कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़’ विषय पर राजीव लवानिया ने कहा कि पुरानी पेंशन को खत्म करके कर्मचारियों के साथ खिलवाड़ किया गया है कर्मचारियों के भविष्य की चिंता सरकार नहीं करेगी तो एक पूरी पीढ़ी की वृद्धावस्था बर्बाद हो जाएगी।
इन्होंने व्यक्त किए विचार
कार्यक्रम में श्रम संगठनों की संयुक्त समिति के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा, कीर्ति शर्मा, सीमा सुरोलिया, चरणसिंह जाधव, शांतिलाल मालवीय, गीता राठौर ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संचालन मांगीलाल नगावत ने किया। आभार रणजीत सिंह राठौर ने माना।