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दर्दनाक हादसा : दोनों बेटों को कार में घुमाने के बाद घर आए और रिवर्स ले रहे थे कि बिना मुंडेर के कुएं में चली गई तीनों की हुई मौत

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⚫ दिव्यांग बेटे को घुमाने के लिए ली शिक्षक पिता ने कार

⚫ मोहल्ले के बच्चे भी जाते थे कार में घूमने

⚫ पत्नी थी घर के अंदर, आवाज सुनकर बाहर दौड़ी, देखा तो उनकी कार कुएं में थी

हरमुद्दा
सागर 29 अप्रैल। रात को दोनों बेटों को घुमाने के बाद पिता घर के पास ही कार को रिवर्स ले रहे थे, तभी अचानक स्पीड बढ़ी और कार बिना मुंडेर वाले कुएं में चली गई। सूचना पर रेस्क्यू दिलाया और बचाव कार्य शुरू किया लेकिन पिता और दोनों पुत्र को नहीं बचाया जा सका जबकि कुएं में केवल 10 फीट ही पानी था। पुलिस मामले के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।

कुएं मैं गिरी हुई कार

यह हादसा हुआ गोविंद नगर निवासी 40 वर्षीय शिक्षक हिमांशु तिवारी के साथ। श्री तिवारी शिकारपुर माध्यमिक विद्यालय में पदस्थ थे। हिमांशु अपने दोनों बेटे नित्यांशु और धनंजय तिवारी को घुमाने के लिए ले गए थे। विशेष बात यह भी है कि बड़ा बेटा नित्यांशु दिव्यांग है और उसे घुमाने के लिए ही हिमांशु ने कार खरीदी।

पति और दोनों बच्चों को खोलने वाली पत्नी

कॉलोनी के बच्चे भी जाते थे घूमने

यूं तो कॉलोनी के बच्चे भी कार में घूमने के लिए जाते हैं। लेकिन गुरुवार की रात को दोनों पुत्र ही साथ में थे। घूमने के बाद कार को घर के बाहर ठीक से लगाने के लिए हिमांशु रिवर्स गियर में डाला और एक्सीलेटर दबाया तो पता नहीं क्या हुआ गाड़ी ने गति पकड़ी और बिना मुंडेर वाले कुएं में गिर गई।

धड़ाम की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े

रात को धड़ाम की आवाज सुनकर हिमांशु की पत्नी मणिप्रभा अंदर से बाहर आई। वही आसपास के लोग भी बाहर आए। कुएं के पास आकर देखा तो कार कुएं में गिरी हुई थी। 50 फीट गहरे कुएं में करीब 10 फीट पानी था। तत्काल मोतीनगर पुलिस थाने को सूचना दी गई और रेस्क्यू दल को बुलाया गया।

दोनों बच्चे कार से निकल गए थे बाहर पानी में

रेस्क्यू दल द्वारा निकाली गई कार

रेस्क्यू टीम में क्रेन मंगाकर जब कार को कुएं से बाहर निकाला तो उसमें केवल हिमांशु ही था और उनको जैसे ही कार से बाहर निकाला तो उनकी मौत हो चुकी थी। यह देख कर चीख-पुकार मच गई। बच्चे नहीं मिले तो घबराहट और बढ़ी। क्रेन के माध्यम से कांटा डाला गया तो कांटे में छोटा बेटा धनंजय आया। उसके बाद फिर प्रयास किया तो बड़ा बेटा नित्यांशु को बाहर निकाला। हादसे के बाद से ही पत्नी मणिप्रभा बेसुध हो गई थी। उन्हे देर रात तक जानकारी नहीं दी गई कि क्या हुआ है। उन्हें यही आश्वासन दिया गया कि अस्पताल में उपचार चल रहा है।

परीक्षण के उपरांत किया मृत घोषित

रात तकरीबन 11 बजे तक तीनों को निकाला गया और उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। जहां पर चिकित्सक ने परीक्षण के उपरांत मृत घोषित कर दिया।

क्षेत्रवासियों में आक्रोश

क्षेत्रवासियों का कहना है कि सालों से बिना मुंडेर का कुआं यहां पर है। करीब 80 फीट चौड़ा और 50 फीट गहरा कुएं को लेकर कई बार कुआं मालिक को शिकायत की गई कि मुंडेर बनवाना चाहिए, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया और अनहोनी घटना हो गई। मोती नगर थाना प्रभारी का कहना है कि घटना की जांच की जा रही है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी देखे जाएंगे। जांच के पश्चात कार्रवाई की जाएगी।

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