बिजली का बिल करोड नहीं, अरबों में, 34 अरब 19 करोड़ 53 लाख 25 हजार 293 रुपए का मिला बिल, बाप और बेटी का बढ़ा बीपी, अस्पताल में भर्ती

⚫ दर्जनों घरों में पहुंचा है करोड़ों रुपए का बिल

⚫ प्रदेश के ऊर्जा मंत्री के शहर में हुआ है यह

⚫ कर्मचारियों पर गिरी कार्रवाई की गाज

हरमुद्दा
ग्वालियर, 26 जुलाई। एक दो मंजिला मकान में रहने वालों का बिल करोड़ में नहीं अपितु अरबों में आया। बिल का मैसेज मोबाइल में देखते ही बेटी का बीपी बढ़ा, वही बेटी के पिता का भी ब्लड प्रेशर बढ़ गया। दोनों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा ऊर्जा मंत्री तोमर की नाराजगी के बाद कर्मचारियों पर कार्रवाई की गाज गिरी।

मोबाइल पर आया बिजली बिल का संदेश

दरअसल अरबों रुपए का बिजली का बिल आया है एडवोकेट संजीव गुप्ता के घर का। जो कि सिटी सेंटर मेट्रो टावर के पीछे शिव विहार कॉलोनी में रहते हैं। पत्नी प्रियंका और ससुर जी के साथ एडवोकेट श्री गुप्ता रहते हैं। विद्युत वितरण कंपनी ने प्रियंका गुप्ता के घर 34 अरब 19 करोड़ 53 लाख 25 हजार 293 रुपए का बिल थमा दिया। एडवोकेट श्री गुप्ता ने बताया कि बिल देखते ही प्रियंका गुप्ता का सिर चकरा गया। उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया। प्रियंका के पिता भी चौक गए और उनका भी ब्लड प्रेशर बढ़ गया।

मीटर रीडिंग की जगह डाल दिए सर्विस क्रमांक

वह बिल लेकर सीधे विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों के पास पहुंची। इसके बाद जब जांच पड़ताल की गई तो पता लगा कि मीटर रीडर ने रीडिंग की सर्विस क्रमांक डाल दिए हैं।

दर्जनों लोगों को पहुंचा है करोड़ों रुपए का बिल

विद्युत वितरण कंपनी ने आधा सैकड़ा लोगों को करोड़ों रुपये से लेकर अरबों रुपए के बिल थमा दिए थे। इतना अधिक राशि का बिल देखकर कई लाेगाें की ताे हालत ही खराब हाे गई और अस्पताल जाना पड़ा।

सर्विस क्रमांक डालते ही बिल हो गया अरबों का

दरअसल इतने अधिक राशि के बिजली बिलों के आने के बाद लोग तत्काल भागते हुए विद्युत वितरण कंपनी के दफ्तर पहुंचे। वहां पर इसकी जांच की तो पता चला कि मीटर रीडर ने उपभोक्ता की रीडिंग को डालने की जगह उसका सर्विस क्रमांक डाल दिया। रीडिंग 100 से 200 या 300 यूनिट के आसपास होती है, जबकि सर्विस क्रमांक 10 अंकों का होता है। सर्विस क्रमांक डालते ही बिल अरबों रुपये में जनरेट हो गया। हालांकि विद्युत वितरण कंपनी ने बिलों को ठीक करना शुरू कर दिया था।

ऊर्जा मंत्री हुए नाराज, हुई कार्रवाई

प्रदेश के ऊर्जा मंत्री

बिजली बिल काे लेकर हंगामा हाेने के बाद ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह ताेमर ने भी अधिकारियाें से जवाब तलब किया। पहले अफसर इस मामले काे मानवीय भूल मानकर टालने की काेशिश कर रहे थे, लेकिन ऊर्जा मंत्री की जानकारी में मामला आने के बाद दाे अधिकारियाें पर कार्रवाई के साथ ही जूनियर इंजीनियर काे नाेटिस जारी किया गया है।

एपीओ को किया बर्खास्त

महाप्रबंधक श्री मांगलिक

इस मामले में हंगामा हाेने के बाद एपीओ काे बर्खास्त कर दिया है, जबकि असिस्टेंट रेवेन्यू आफिसर काे निलंबित किया गया है। इसके अलावा जूनियर इंजीनियर काे भी कारण बताओ नाेटिस जारी किया गया है।

नितिन मांगलिक, महाप्रबंधक, बिजली कंपनी

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