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जिम्मेदारों की लापरवाई : सीवरेज चेंबर की सफाई के दौरान कर्मचारियों की मौत, ठेकेदार को किया गिरफ्तार

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परिजन हुए आक्रोशित अधिकारी और ठेकेदार पर लगाया आरोप

⚫ मृतक के परिजनों को 10-10 लाख और नौकरी देने के मंत्री के आश्वासन के बाद मामला हुआ शांत

हरमुद्दा
ग्वालियर, 15 जून। सीवरेज चेंबर की सफाई करने के लिए पहले एक कर्मचारी अंदर गया, जब वह काफी देर तक नहीं आया तो दूसरा भी अंदर गया। दूसरा भी नहीं आया। दोनों के शव बाहर निकाले गए। इस पर परिजन ने आक्रोशित होते हुए आरोप लगाया कि नगर निगम के
अधिकारियों और ठेकेदार की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है। सुरक्षा उपकरण देते तो उनका दम नहीं घुटता। जानकारी मिलते ही ऊर्जा मंत्री पहुंचे। मृतक के परिजनों को 10-10 लाख रुपए तथा सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया। तब जाकर मामला शांत हुआ।

यह मामला है हजीरा थाना क्षेत्र के वार्ड नं 16 के रेशम मील का। जहां निगम के कर्मचारी अमन गुजराल और इसके बाद विक्रम सीवरेज की सफाई करने उतरे थे। आधुनिक मशीनों के दौर में भी कर्मचारियों को सफाई के लिए चेंबर में उतारा जा रहा है। जिस कारण कर्मचारियों को जान गवानी पड़ी।

मृतक के परिजनों ने ठेकेदार और नगर निगम के अधिकारियों पर लगाया आरोप

मृतक कर्मचारियों के परिवार ने ठेकेदार और नगर निगम के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मौत के बाद परिजनों के आक्रोश को देखते हुए नगर निगम और प्रशासन की टीम भी अस्पताल पहुंची। जहां से शव को पीएम के लिए भेजा गया है, पुलिस ने आरोपी ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया है।

मौत के चेंबर के यहां पर सफाई कर्मचारी सहित अन्य

बिना किसी सुरक्षा उपकरण के चेंबर में उतार दिया भाई को

मृतक अमन के भाई सोनू गुजराल ने आरोप लगाया कि, ठेकेदार और सुपरवाइजर ने बिना किसी सुरक्षा उपकरण के मेरे भाई को चैंबर में उतार दिया और जहरीली गैस में उसका दम घुट गया, जब वो वापस नहीं आया तो विक्रम नीचे उतरा लेकिन वो भी वापस नहीं आया।

मंत्री ने की मुआवजा और नौकरी देने की घोषणा

घटना की सूचना मिलने के बाद ऊर्जा मंत्री प्रदुमन सिंह तोमर अस्पताल पहुंचे और मृतक के परिजनों को 10-10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और दोनों मृतकों के परिजन को नगर निगम में सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। इस आश्वासन के बाद परिजन माने और मामला शांत हुआ।

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