रेमेडियल कक्षाओं के संचालन और शिक्षा में नवाचारी पद्धतियों पर हुआ अकादमिक संवाद
⚫ सांदीपनि विद्यालय विनोबा रतलाम में आयोजन
⚫ उत्कृष्ट परिणाम के लिए सांझा की रणनीति
हरमुद्दा
रतलाम, 17 अक्टूबर। सांदीपनि विद्यालय विनोबा रतलाम में अर्द्ध-वार्षिक परीक्षा परिणाम उन्नयन, रेमेडियल कक्षाओ के संचालन और शिक्षा में नवाचारी पद्धतियों पर अकादमिक संवाद हुआ।

इस अकादमिक संवाद में त्रैमासिक परीक्षा के परिणामों की समीक्षा की गई। परीक्षा प्रभारी राजाराम सेकवाडिया ने समस्त कक्षाओं के त्रैमासिक परीक्षाओं के परिणाम को पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया तथा शिक्षकों ने विषयवार चर्चा में भाग लिया। अर्द्ध-वार्षिक परीक्षा में उत्कृष्ट परिणाम को प्राप्त करने के लिए रणनीति साझा की। परीक्षा परिणाम की समीक्षा में सुनीता पवार,श्याम वर्मा, मंजुलिका खरे, मनीषा चौधरी ने भाग लिया।संवाद के अगले चरण में माध्यमिक कक्षाओं में पाठ्यक्रम की संपूर्णता और उसकी भविष्य के रूपरेखा की समीक्षा उप- प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर द्वारा की गई , जिसमें शिक्षकों अनीता शर्मा, साक्षी शर्मा और ज्योति तिवारी ने भाग लिया।

अंतिम चरण में विद्यालय की अंग्रेजी विषय की शिक्षिका हर्षिता सोलंकी ने "ब्रूडिंग इफेक्ट" पर अपना प्रस्तुतिकरण दिया।
ब्रूडिंग इफ़ेक्ट एक ऐसा नवाचारी शिक्षा मॉडल है जिसे संस्था के उप- प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर ने तैयार किया है, जिसमें शिक्षा के अंदर इमोशंस, इंगेजमेंट, एनवायरमेंट और एक्सीलेंस की अवधारणा को विनोबा के विश्व प्रसिद्ध "साइकिल आफ ग्रोथ" मॉडल के साथ अपनाया गया है। इस परिचर्चा में शिक्षक कविता वर्मा ,शोभा ओझा, हरिओम कौशल तथा अनिल मिश्रा ने भाग लिया।स्मरणीय रहे,सांदीपनि विद्यालय विनोबा रतलाम में प्रतिमाह शिक्षकों के व्यवसायिक विकास हेतु अकादमिक संवाद होता है।
यह थे उपस्थित
इस अवसर पर सीमा चौहान,वंदना सोवनचा, भावना रावत,सुनीता पंवार, रुपाली जैन, सरिता राजपुरोहित आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अंशुल कसेरा ने किया। आभार अनिल मिश्रा ने माना।
Hemant Bhatt