कला सरोकार : सोशल मीडिया मैनेजमेंट, वीडियो प्रोडक्शन, इंटरैक्टिव वर्क शॉप्स, पॉडकास्टिंग विषयों पर हो रही कार्यशालाएं

⚫ तीन दिवसीय मीडिया स्किल समर कैंप सांदीपनि विद्यालय में
⚫ लोग अब अनसुनी कहानियाँ सुनना चाहते : अरुण शेखर
⚫ रेडियो आज भी एक सशक्त माध्यम : जितेंद्र द्विवेदी
⚫ सफलता की कुंजी बन गए हैं संचार कौशल : अर्चना शर्मा
हरमुद्दा
रतलाम, 4 जून। सीएम राइज स्कूल विनोबानगर, जिसे अब सांदीपनि विद्यालय के नाम से जाना जाता है, यहां चल रहे तीन दिवसीय मीडिया स्किल समर कैंप के दूसरे दिन बुधवार को विद्यार्थियों को कहानी सुनाने, ओपन माइक और थिएटर की आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया।
सांदीपनि विद्यालय विनोबा नगर की प्राचार्य संध्या वोरा ने बताया सक्षम संचार फाउंडेशन द्वारा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसमें छात्र संचार कौशल को निखारने के लिए विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों में उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं। तीन दिवसीय शिविर में प्रत्येक दिन सुबह 8 से 11 बजे तक 40 विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कैंप में सोशल मीडिया मैनेजमेंट, वीडियो प्रोडक्शन, इंटरैक्टिव वर्क शॉप्स, पॉडकास्टिंग आदि विषयों पर भी कार्यशालाएं हो रही। प्रसिद्ध फिल्म लेखक एवं रंगमंचकर्मी अरुण शेखर एवं आकाशवाणी के अधिकारी जितेंद्र द्विवेदी ने प्रशिक्षण दिया।
अभिव्यक्ति और संवाद कौशल को बढ़ावा देने पर विशेष जोर
कैरियर प्रभारी मनीषा चौधरी ने बताया कि छात्रों में रचनात्मक लेखन, द्विभाषीय अभिव्यक्ति और संवाद कौशल को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। सत्र का संचालन सक्षम संचार फाउंडेशन की निदेशक अर्चना शर्मा ने किया। विद्यालय की कैरियर प्रभारी मंजुलिका खरे ने आभार माना।
लोग अब अनसुनी कहानियाँ सुनना चाहते : अरुण शेखर
प्रसिद्ध फिल्म लेखक और रंगमंच विशेषज्ञ अरुण शेखर ने छात्रों को प्रभावशाली कहानी कहने की कला सिखाई। ओपन माइक सेशन में उन्होंने कहा, "एक अच्छा कहानीकार बनने के लिए आपको एक सजग पर्यवेक्षक होना चाहिए। ओपन माइक मंच युवाओं के लिए तेजी से उभरता हुआ अवसर है, क्योंकि लोग अब अनसुनी कहानियाँ सुनना चाहते हैं।" उन्होंने नियमित अभ्यास की आवश्यकता पर बल दिया। छात्रों को अपने विचारों को आत्मविश्वास से प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित किया।
रेडियो आज भी एक सशक्त माध्यम : जितेंद्र द्विवेदी
कार्यक्रम की शुरुआत आकाशवाणी के वरिष्ठ अधिकारी जितेंद्र द्विवेदी के सत्र से हुई। उन्होंने रेडियो के आज के दौर में प्रासंगिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यार्थियों को आवाज में उतार-चढ़ाव के माध्यम से परिदृश्य प्रस्तुत करने की रेडियो तकनीकों से परिचित कराया। द्विवेदी ने कहा, "रेडियो आज भी एक सशक्त माध्यम है, जिसकी पहुंच गांव से लेकर शहर तक है। अच्छे बोलने के कौशल वाले युवाओं के लिए यह एक बेहतरीन करियर विकल्प हो सकता है।"
सफलता की कुंजी बन गए हैं संचार कौशल : अर्चना शर्मा
सत्र का संचालन सक्षम संचार फाउंडेशन की निदेशक अर्चना शर्मा ने कहा कि संचार कौशल आज लगभग हर क्षेत्र में सफलता की कुंजी बन चुके हैं। छात्रों को डिजिटल युग में मीडिया, कंटेंट क्रिएशन, वीडियो एडिटिंग, जनसंचार और जनसंपर्क से जुड़े विभिन्न कौशलों से परिचित कराया।
मीडिया के क्षेत्र में उभरते अवसरों के लिए तैयार करना शिविर का मुख्य उद्देश्य
विद्यार्थियों को मीडिया के क्षेत्र में उभरते अवसरों के लिए तैयार करना ही आयोजन का उद्देश्य है। "यह शिविर छात्रों के लिए रचनात्मक अभिव्यक्ति और पेशेवर संचार कौशल विकसित करने का सुनहरा अवसर है।
⚫ गजेन्द्र सिंह राठौर, उप प्राचार्य, सांदीपनि विद्यालय विनोबा नगर, रतलाम