परीक्षा परिणाम घोषित : मुख्यमंत्री ने कहा सरकारी स्कूलों का परिणाम प्राइवेट की तुलना में बेहतर

⚫ हाई स्कूल में सिंगरौली की प्रज्ञा अव्वल 500 में से 500 नंबर
⚫ 10वीं में 76.42 फीसदी विद्यार्थी उत्तीर्ण
⚫ 12वीं का परिणाम 74.48 फीसदी
हरमुद्दा
भोपाल 6 मई। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित हाई एवं हायर सेकेंडरी परीक्षा के परिणाम मंगलवार को सुबह 10:00 बजे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जारी करते हुए कहा कि इस बार प्राइवेट की तुलना में शासकीय विद्यालय अव्वल रहे। नई शिक्षा नीति के तहत फेल और अंकों में सुधार वाले विद्यार्थी 17 जून से परीक्षा दे सकेंगे।
नतीजों की घोषणा मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में की। इस बार 10वीं में 76.42 फीसदी बच्चे पास हुए हैं। जबकि बीते वर्ष सिर्फ 58.10 फीसदी विद्यार्थी ही पास हो सके थे। एमपी बोर्ड 12वीं रिजल्ट इस वर्ष 74.48 फीसदी रहा। एमपी बोर्ड 10वीं में सिंगरौली की प्रज्ञा जायसवाल ने 500 में से 500 अंक प्राप्त कर प्रदेश में टॉप किया। वहीं 12वीं में सतना की प्रियल द्विवेदी ने 500 में से 492 अंक लाकर पूरे राज्य में टॉप किया है।
17 जून से दे पाएंगे दोबारा परीक्षा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि जो छात्र असफल हुए हैं, उनका साल खराब नहीं होगा। वे साल में दो बार एग्जाम दे सकेंगे। 17 जून से दोबारा परीक्षा दे पाएंगे। विद्यार्थी जितने भी विषयों में फेल हुए हो, वे जून में दूसरी परीक्षा में बैठ सकेगा। जो विद्यार्थी पास होंगे, उन्हें अपने अंक बढ़ाने के लिए व श्रेणी सुधारने के लिए दूसरी परीक्षा में बैठने का मौका मिलेगा।
यहां पर देख सकते हैं परिणाम
एमपी बोर्ड 10वीं 12वीं रिजल्ट जारी कर दिया गया है। परीक्षार्थी एमपी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट mpbse.mponline.gov.in के अलावा अन्य साईटों पर भी एमपी बोर्ड रिजल्ट रोल नंबर डालकर चेक कर सकते हैं। विद्यार्थी एमपीबीएसई मोबाइल ऐप या एमपी मोबाइल ऐप पर भी रिजल्ट चेक कर सकते हैं।
टॉप 10 में 10 लड़कियां
एमपी बोर्ड की 10वीं रिजल्ट में इस बार भी लड़कियों ने बाजी मारी है। टॉप 10 में 10 लड़कियां और 3 लड़के हैं। एमपी बोर्ड 10वीं परीक्षा में इस वर्ष 76.22 फीसदी नियमित छात्र पास हुए हैं। वहीं एमपी बोर्ड परीक्षा पास करने वाले स्वाध्यायी छात्रों की संख्या 28.70 फीसदी है।
एमपी बोर्ड 10वीं के टॉपर
⚫ सिंगरौली की प्रज्ञा जायसवाल - 500 अंक
⚫ मऊगंज के आयुष द्वीवेदी - 499 अंक
⚫ जबलपुर की शैजाह फातिमा - 498 अंक
फेल और अंकों में सुधार वाले दे सकते हैं परीक्षा 17 जून से
माशिमं की अध्यक्ष स्मिता भारद्वाज ने कहा, जो छात्र-छात्राएं फेल हो गए हैं या अपने अंकों में सुधार करना चाहते हैं, वे 17 जून से दोबारा परीक्षा दे सकेंगे। यह व्यवस्था नई शिक्षा नीति के तहत की गई।