सामाजिक सरोकार : जीवन की गति सही मगर दिशा गलत : ऋषिवर किरीट भाई 

सामाजिक सरोकार : जीवन की गति सही मगर दिशा गलत : ऋषिवर किरीट भाई 

तुलसी परिवार द्वारा गुरू पूर्णिमा पर्व आयोजित

हरमुद्दा
रतलाम, 12 जुलाई। मनुष्य जीवन एक पड़ाव है परंतु मनुष्य इस जीवन को स्थाई निवास मन कर चलता है।  वह यह समझता है कि यहां से उसे जाना ही नहीं है , इसलिए सबकुछ संग्रह करता जाता है। ऐसे जीवन में गति तो होती है लेकिन उसका कोई परिणाम नहीं निकलता । यह जीवन दिशाहीन होता है । जीवन तो आगे बढ़ता रहता है लेकिन इसकी दिशा गलत होती है । सही दिशा का निर्धारण करने के लिए जीवन के सही परिभाषा सीखना बहुत जरूरी है।


यह विचार ऋषिवर किरीट भाई जी ने तुलसी परिवार द्वारा आयोजित गुरु पूर्णिमा महोत्सव के तहत श्रद्धालुओं का आशीर्वचन प्रदान करते हुए व्यक्त किए ।

कलयुग में महाकाल की भक्ति सर्वश्रेष्ठ

आपने कहा कि रतलाम महाकाल की भूमि है व्यक्ति को शांति शमशान में जाकर ही मिलती है जहां सारी समस्याओं का अंत हो जाता है। कलयुग में महाकाल की भक्ति सर्वश्रेष्ठ है शिव भक्ति भोलेपन से की जाए तो सभी का उद्धार हो जाता है सद्मार्ग वही है जो गुरु का बताया हुआ है । इस मार्ग पर चलने की प्रेरणा गुरु से ही मिलती है । आपने कहा कि पालक का आचरण ठीक होगा तो बच्चों का आचरण भी ठीक होगा। बच्चों को अनुशासित, आध्यात्मिक और आदर्श मनुष्य बनने के लिए पालकों को उनके हाथों में सेलफोन नहीं गीता देनी होगी । बच्चे गीता पढ़ेंगे तभी गीता के सार को जान पाएंगे । मोबाइल पर उंगली चलाते रहे तो उनका जीवन दिशाहीन हो जाएगा । ऋषिवर ने कहा कि मानव धर्म में प्रतिपल परिवर्तन होते हैं । ऐसे में मन पर काबू रखना बहुत आवश्यक है।  मन तो भटकेगा लेकिन उसका भटकाव कैसी हो, किधर हो , यह मनुष्य को ही तय करना होगा । यदि उसकी दिशा ठीक होगी तो मंजिल अवश्य मिलेगी।

तुलसी परिवार ने किया स्वागत

प्रारंभ में ऋषिवर का स्वागत तुलसी परिवार के अध्यक्ष  बाबूलाल चौधरी, कीर्ति व्यास, मोहनलाल भट्ट, राजेंद्र कीर्ति व्यास, प्रशांत  व्यास, हरीश मधु रत्नावत, सुरेश मंजू गुप्ता , हरीश सुरोलिया,  राकेश संगीता माली, गोपाल जोशी, सुलोचना शर्मा, लक्ष्मी नारायण धनोतिया, सुषमा श्रीवास्तव, धर्मेंद्र श्रीवास्तव , राजेश व्यास डॉ मंजू गुप्ता, दशरथ पाटीदार, श्याम सुंदर पोरवाल,  महेश अनीता शर्मा,  लता घवेरा, लक्ष्मण सोनी, रोशनी रावत , सतीश चंद्र ओझा,  विनय ओझा, गायत्री अग्रवाल , गोपाल कृष्ण शर्मा , छायाकार राकेश पोरवाल, स्नेहलता राजेंद्र वर्मा, निशा चौहान, अनिल धानुक, प्रीति ठाकुर ने किया।  

जिज्ञासाओं का किया समाधान

दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत हुई । पंडित गोपाल शर्मा ने सुमधुर स्वरों में भजन प्रस्तुत किए। ऋषिवर के आशीर्वचन के उपरांत जिज्ञासा समाधान में उपस्थित श्रद्धालुओं की जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। लड्डू गोपालजी का अभिषेक और तस्वीरों का विमोचन हुआ । पादुका पूजन में उपस्थित श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।  संचालन आशीष दशोत्तर ने किया तथा आभार तुलसी परिवार द्वारा व्यक्त किया गया। अंत में सभी श्रद्धालुओं को प्रसादी वितरण किया गया।

फोटो : राकेश पोरवाल