धर्म संस्कृति : चैतन्य देवियों की झांकी वास्तव में मातृत्व और नारी शक्ति का प्रतीक
⚫ भाजपा नवनियुक्त जिला उपाध्यक्ष अनीता कटारिया ने कहा
⚫ प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के दिव्य दर्शन भवन सेवा केंद्र में चैतन्य देवियों की झांकी
हरमुद्दा
रतलाम, 3 अक्टूबर। प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के दिव्य दर्शन भवन, डोंगरे नगर सेवा केंद्र में नवरात्रि के पावन अवसर पर चैतन्य देवियों की झांकी का आयोजन निरंतर जारी है। मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों मां लक्ष्मी, मां सरस्वती और मां काली की भव्य चैतन्य झांकियां सजाई गईं।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं आरती कर किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में नवनियुक्त भारतीय जनता पार्टी की जिला उपाध्यक्ष अनीता कटारिया, मीना टांक, जिला उपाध्यक्ष भाजपा, सपना दुबे, जिला उपाध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी, प्रीति खंडेवाल, महामंत्री (कुशाभाऊ ठाकरे मंडल) पूजा वोहरा, मंडल अध्यक्ष, कुशाभाऊ ठाकरे मंडल गोविंद काकाणी, मानव सेवा समिति के पूर्व ब्लड बैंक अधिकारी एवं समाजसेवी मुख्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर एवं चैतन्य देवियों की आरती कर झांकी का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाई-बहनों ने उपस्थिति दर्ज कर दिव्य झांकी का अवलोकन किया।
चैतन्य देवियों की झांकी वास्तव में मातृत्व और नारी शक्ति का प्रतीक
चैतन्य देवियों की झांकी वास्तव में मातृत्व और नारी शक्ति का प्रतीक है। हर नारी में नवदुर्गा के सभी स्वरूप समाहित होते हैं। वह विभिन्न संबंधों और परिस्थितियों में अलग-अलग स्वरूप धारण करती है, फिर भी शक्ति स्वरूपा होकर कभी थकती नहीं। नवरात्रि का यह पावन पर्व हमें यही शिक्षा देता है कि हम मां दुर्गा के गुणों को अपने जीवन में आत्मसात करें।
⚫ अनीता कटारिया, उपाध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी
दिव्य गुणों को जागृत करने की प्रेरणा देती झांकियां
चैतन्य देवियों की झांकी के दर्शन केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि अपने भीतर दिव्य गुणों को जागृत करने की प्रेरणा है। इसी उद्देश्य से सेवा केंद्र पर सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन किया जा रहा है, ताकि हम सभी इन गुणों को अपने जीवन में धारण कर सकें।
⚫ ब्रह्माकुमारी सविता दीदी
Hemant Bhatt