धर्म संस्कृति : प्राचीन और शाश्वत चिकित्सा पद्धति है आयुर्वेद
⚫ पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने कहा
⚫ जिला आयुर्वेद सम्मेलन के बैनर तले मनाया धन्वंतरि जयंती उत्सव
⚫ संपूर्ण विश्व के आरोग्य की कामना के लिए हुई सामूहिक प्रार्थना
हरमुद्दा
रतलाम, 18 अक्टूबर। आयुर्वेद एक प्राचीन और शाश्वत चिकित्सा पद्धति है, इस चिकित्सा विज्ञान को समाज में प्रचलित करने के लिए देश में बड़े बड़े संस्थान बनाने की आवश्यकता है।

यह विचार स्थानीय रामकृष्ण विवेकानंद आश्रम पर जिला आयुर्वेद सम्मेलन के द्वारा आयोजित श्री धन्वंतरि जयंती महोत्सव के मुख्य अतिथि के रूप में रतलाम जिला पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने व्यक्त किए। महोत्सव की अध्यक्षता जिला आयुष अधिकारी डॉ. दाताराम जयंत ने की।
आयुर्वेद समाज से रक्तदान देहदान और नेत्रदान का आग्रह
महोत्सव के विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रख्यात समाजसेवी गोविंद काकानी ने आयुर्वेद समाज से देहदान, रक्तदान और नेत्रदान का आग्रह किया।। आयुर्वेद के विशिष्ट ज्ञान के विस्तार के लिए सामूहिक गोष्ठियों के आयोजन की आवश्यकता की ओर ध्यान आकृष्ट किया।
प्रारंभ में किया अतिथियों ने भगवान धन्वंतरि का पूजन अर्चन

धन्वंतरि जयंती महोत्सव का शुभारंभ सर्वप्रथम सम्माननीय अतिथियों द्वारा विधि विधान से भगवान धन्वंतरि का पूजन करके किया गया। अतिथियों का स्वागत जिला आयुर्वेद सम्मेलन के अध्यक्ष वैद्य ईश्वरीप्रसाद त्रिवेदी, सचिव वैद्य राधेश्याम सोनी, वैद्य सुशील शर्मा, वैद्य कुतुबुद्दीन अतार, वैद्य रविन्द्र उपाध्याय, वैद्य मोहनलाल ठनना, वैद्य रामेश्वर सोनी, वैद्य निर्मला डांगी, वैद्य दिलीप पंड्या, वैद्य मोहनसिंह सिसोदिया, वैद्य रामचंद्र कुमावत, वैद्य डी. बी. मौर्य, डाबर से विनायक पंवार , राजेश भाग्यवानी, गायत्री परिवार के पंडित शिवपाल छपरी, गोपालसिंह तोमर, रामकृष्ण विवेकानंद आश्रम के सुभाष शर्मा ने किया।
संपूर्ण विश्व के आरोग्य की कामना के लिए सामूहिक प्रार्थना
जिला आयुर्वेद सम्मेलन ने आयुर्वेद की सेवा के लिए डॉ. प्रेमनारायण बिंदुआ का शाल श्री फल से अभिनन्दन किया गया । अतिथियों को स्मृति चिह्न जिला आयुर्वेद सम्मेलन के पदाधिकारियों ने प्रदान किए। धन्वंतरि जयंती महोत्सव के अंत उपस्थित सभी आयुर्वेद चिकित्सकों, आयुर्वेद औषधि विक्रेता, समस्त आयुर्वेद कंपनियों के प्रतिनिधि गण एवं आयुर्वेद प्रेमी समाज बंधुओं द्वारा भगवान धन्वंतरि की आरती कर संपूर्ण विश्व के आरोग्य की कामना के लिए सामूहिक प्रार्थना की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में आयुर्वेद समाज के प्रतिनिधि उपस्थित थे। महोत्सव में आभार वैद्य सुशील शर्मा ने व्यक्त किया। संचालन उत्सव संयोजक एवं जिला आयुर्वेद सम्मेलन रतलाम के प्रवक्ता वैद्य रत्नदीप निगम ने किया।
Hemant Bhatt